Nirbhaya Justice: निर्भया की हालत देखकर दहला गया था डॉक्टर का दिल, कई दिनों तक रहे गुमसुम

Nirbhaya Justice: निर्भया की हालत देखकर दहला गया था डॉक्टर का दिल, कई दिनों तक रहे गुमसुम

Bhaskar Hindi
Update: 2020-01-08 07:34 GMT
Nirbhaya Justice: निर्भया की हालत देखकर दहला गया था डॉक्टर का दिल, कई दिनों तक रहे गुमसुम
हाईलाइट
  • दरिंदों को फांसी तय हो जाने से सुकुन मिला
  • निर्भया की हालत ने विचलित कर दिया
  • निर्भया को नहीं बचा पाने का रहेगा मलाल- डॉक्टर

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाउस कोर्ट ने मंगलवार को चारों दरिंदो का डेथ वॉरंट जारी कर दिया है। इन चारों दोषियों को 22 जनवरी को सुबह सात बजे फांसी पर लटकाया जाएगा। निर्भया का इलाज करने वाले डॉक्टर विपुल कंडवाल ने इस क्रूर दरिंदगी के बारे में एक निजी समाचार को बताया है। जिसे सुनकर दिल दहला जाएगा।

डॉक्टर ने बताया कि निर्भया को इलाज के लिए सफदगंज अस्पताल लाया गया । उस वक्त इमरजेंसी में उनकी नाइट ड्यूटी थी। उन्होंने बताया कि जब युवती का इलाज किया तो उनका दिल दहल गया।  ऐसा केस उन्होंने अपनी जिंदगी में पहले कभी नहीं देखा था। उस वक्त उनके मन में सवाल उठा, कोई इतना क्रूर कैसे हो सकता है? उन्होंने खून रोकने के लिए प्रारंभिक सर्जरी शुरू की, लेकिन खून रूक नहीं रहा था। क्योंकि जख्म इतने गहरे थे कि बड़ी सर्जरी की जरूरती थी। हालात बिगड़ने पर निर्भया को हायर सेंटर रेफर किया। साथ ही एयर एंबुलेस के जरिए सिंगापुर भी भेजा, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद निर्भया को बचाया नहीं जा सका।

दरिंदों को फांसी के बाद मिला सुकुन
डॉ विपुल कंडवाल ने कहा कि उन्होंने दरिंदों को सात साल बाद जब फांसी दिया जाना तय हो गया है तो उन्हें सुकून मिला है। डॉक्टर विपुल आगे कहते है कि उन्हें ऐसा लग रहा है जैसे उन पर सालों का जो बोझ था वह हल्का हो गया है। निर्भया की हालत ने उन्हें इस कदर विचलित कर दिया था की वे कई दिनों तक गुमसुम रहे। लाखों कोशिशों के बाद भी निर्भया की जान नहीं बचा पाने का मलाल उन्हें आज भी है।

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