आईपीएल मैचों में अब 11 की जगह खेल सकेंगे 15 खिलाड़ी! बोर्ड जल्द लेगा फैसला
नियमों में बड़ा बदलाव आईपीएल मैचों में अब 11 की जगह खेल सकेंगे 15 खिलाड़ी! बोर्ड जल्द लेगा फैसला
- पहले घरेलू क्रिकेट में होगी टेस्टिंग
डिजिटल डेस्क, मुंबई। बीसीसीआई (BCCI) बहुत जल्द एक नया नियम लाने की तैयारी में है। अगर यह नियम आईपीएल के आगामी सीजन में लागू हो जाता है तो इससे क्रिकेट खेलने का पूरा प्रारूप ही बदल जाएगा। इसके बाद आपको मैदान में 11 की जगह 15 खिलाड़ी खेलते हुए दिखाई देंगे। जानकारी के मुताबिक, इस नियम को "इम्पैक्ट प्लेयर" नाम दिया जा सकता है।
पहले घरेलू क्रिकेट में होगी टेस्टिंग
नियम की टेस्टिंग के लिए इसे पहले घरेलू क्रिकेट में ही लागू किया जाएगा। इसके लिए बोर्ड इस नए नियम को सबसे पहले 11 अक्टूबर से शुरू हो रहे घरेलू टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में लागू कर सकता है। अगर यहां ये सफल साबित हुआ तो अगले आईपीएल (IPL) सीजन यानि 2023 में इसे लागू किया जा सकता है। हालांकि, मौजूदा समय में "एक्स फैक्टर" के नाम से ऑस्ट्रेलियाई टूर्नामेंट बिग बैश लीग (बीबीएल) में भी यह नियम लागू है। लेकिन वहां 15 की जगह 13 खिलाड़ियों को खेलने की इजाजत है।
बीसीसीआई ने जारी किया सर्कुलर
बीसीसीआई ने इस नियम से संबंधित सभी राज्यों के क्रिकेट बोर्ड को एक सर्कुलर भेजा है, जिसमें कहा गया है, "टी20 क्रिकेट की बढ़ती लोकप्रियता को ध्यान में रखते हुए अब कुछ नया लाने की तैयारी है। इसके जरिए फैंस के साथ-साथ खिलाड़ियों और टीमों के लिए भी इस फॉर्मेट को और दिलचस्प बनाया जा सकता है।" सर्कुलर में बोर्ड ने इस नियम से जुड़ी सारी प्रक्रियाओं को भी इसमें बताया हैं।
कैसे काम करता है ये नियम
ऑस्ट्रेलियाई टी20 लीग में "एक्स फैक्टर" नियम काफी पहले से लागू है। इसमें 11 की जगह 13 खिलाड़ियों को खेलने की अनुमति दी जाती है। इस नियम के अनुसार हर टीम पहली पारी के 10वें ओवर से पहले 12वें या 13वें खिलाड़ी का उपयोग प्लेइंग-11 में कर सकती हैं। इस दौरान बल्लेबाजी ना करने वाले या एक ओवर से अधिक गेंदबाजी ना करने वाले खिलाड़ियों की जगह उन्हें रखा जा सकता है।
ऐसा होगा "इम्पैक्ट प्लेयर" नियम?
बीसीसआई के मुताबिक -
कप्तान को टॉस के समय प्लेइंग-11 के साथ-साथ ही 4 अन्य खिलाड़ियों के नाम भी बतौर सब्सिट्यूट बताने होंगे। इन चारों खिलाड़ियों में से किसी एक को "इम्पैक्ट प्लेयर" नियम के तहत प्लेइंग-11 में शामिल प्लेयर से रिप्लेस किया जा सकेगा।
बतौर "इम्पैक्ट प्लेयर" जिस भी खिलाड़ी का इस्तेमाल किया जाएगा, वही मैच खेलेगा। प्लेइंग-11 से बाहर किया गया प्लेयर मैच नहीं खेल सकेगा। वह फील्डिंग और ब्रेक टाइम के लिए भी उपलब्ध नहीं होगा।
यदि "इम्पैक्ट प्लेयर" के तौर पर किसी बॉलर को शामिल किया जाता है, तो वह अपने पूरे 4 ओवर गेंदबाजी ही करेगा। बाहर किए गए बॉलर ने कितने ओवर किए या नहीं किए, इसका उस "इम्पैक्ट प्लेयर" पर असर नहीं पड़ेगा।
मैच के दौरान दोनों टीमें पारी के 14वें ओवर से पहले "इम्पैक्ट प्लेयर" का इस्तेमाल कर सकेंगी। यानी इसके बाद नियम का इस्तेमाल नहीं होगा।