टीम इंडिया के खिलाड़ी का छलका दर्द, 'रेड बॉल' से की एक मौका और देने की रिक्वेस्ट
टीम में वापसी की बेचैनी टीम इंडिया के खिलाड़ी का छलका दर्द, 'रेड बॉल' से की एक मौका और देने की रिक्वेस्ट
- उनादकट ने भारतीय टीम के लिए 1 टेस्ट मैच खेला है
- जयदेव उनादकट ने घरेलू क्रिकेट में 89 मुकाबलों में 23.21 की औसत से 327 विकेट लिए
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। घरेलू क्रिकेट में सौराष्ट्र के लिए खेलने वाले जयदेव उनादकट ने ट्विटर के जरिए अपनी निराशा जाहिर की है। उनादकट पिछले काफी समय से घरेलू क्रिकेट में शानदार गेंदबाजी कर रहे है, लेकिन भारतीय टीम में मोहम्मद शमी, जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा जैसे वर्ल्ड क्लास गेंदबाज होने के कारण उन्हें नेशनल टीम में दोबारा एंट्री नहीं मिली।
उनादकट ने भारतीय टीम के लिए 1 टेस्ट मैच खेला है, जहां वह भारतीय टीम के साथ 2010 नें दक्षिण अफ्रीका दौरे पर गए थे। इससे पहले उन्होंने 2010 में अंडर-19 क्रिकेट विश्व कप में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
उनादकट ने अपने ट्विटर पर लिखा,"डियर रेड बॉल, मुझे एक और मौका दो। मैं वादा करता हूं कि इस बार अपने प्रदर्शन से गर्व महसूस कराऊंगा।"
Dear red ball, please give me one more chance.. I’ll make you proud, promise! pic.twitter.com/ThPUOpRlyR
— Jaydev Unadkat (@JUnadkat) January 4, 2022
30 वर्षीय जयदेव के इस ट्वीट पर एक यूजर ने कमेंट कर उनसे पूछा कि आप किस गति से गेंदबाजी करेगें तो जयदेव ने उसका जवाब भी दिया।
जयदेव ने जवाब में लिखा, "मैं उस पेस से गेंदबाजी करूंगा जिस पेस से मुझे राजकोट जैसी फ्लैट विकेट पर भी विकेट मिलते रहें।"
At a pace which gets me wickets, even on the flat tracks at my home ground. If you want to see the numbers, keep a wider perspective and check all columns..! https://t.co/voQXZmt7Rc
— Jaydev Unadkat (@JUnadkat) January 4, 2022
आपको बता दे जयदेव आईपीएल में राजस्थान के लिए खेलते है, जहां फ्रैंचाइजी ने 2018 में उन्हें 11.50 करोड़ में खरीदा था।
जयदेव उनादकट घरेलू क्रिकेट में सौराष्ट्र के कप्तान भी है। सौराष्ट्र की टीम फिलहाल रणजी ट्रॉफी की डिफैंडिंग चैंपियन है। उनादकट की कप्तानी में टीम ने 2019-20 में बंगाल को हराकर रणजी ट्रॉफी अपने नाम की थी। इसके पहले भी 2018-19 सीजन में सौराष्ट्र ने रणजी ट्रॉफी फाइनल में जगह बनाई थी।
दोनों सीजन में उनादकट ने शानदार प्रदर्शन किया था। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में जयदेव उनादकट ने 89 मुकाबलों में 23.21 की औसत से 327 विकेट लिए। घरेलू टीमों ने रणजी ट्रॉफी के लिए तैयारियां शुरू कर दी थी, लेकिन कोविड मामलों में वृद्धि होने के कारण BCCI ने रणजी ट्रॉफी को टालने का फैसला किया है।