क्रिकेट: टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच ने कहा, वापसी के लिए खिलाड़ियों ट्रेनिंग कैंप की जरुरत
क्रिकेट: टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच ने कहा, वापसी के लिए खिलाड़ियों ट्रेनिंग कैंप की जरुरत
डिजिटल डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा गेंदबाजी कोच अरुण कुमार का मानना है कि, एक प्रोफेशनल स्पोर्ट्स पर्सन दौड़ने वाले घोड़े की तरह होता है। उन्होंने कहा कि, जैसे घोड़े को ज्यादा समय तक कैद करके नहीं रखा जा सकता, क्योंकि उसका काम दौड़ना है। वैसे ही खिलाड़ी को ज्यादा देर तक खेल से दूर नहीं रखा जा सकता, क्योंकि उनका काम मैदान पर जाकर बेहतर प्रदर्शन करना होता है। अरुण कुमार ने कहा कि, जब खेल दोबारा शुरू होगा, तो वापसी के लिए प्रोफेशनल खिलाड़ियों को करीब 6 से 8 हफ्ते कड़ी मेहनत करनी होगी। इसके बाद ही वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर पाएंगे।
अरुण ने कहा, लॉकडाउन के कारण दुनियाभर के खिलाड़ियों की तरह ही लगभग सभी भारतीय खिलाड़ी प्रैक्टिस नहीं कर पा रहे हैं। इस दौरान उनके पास करने के लिए कुछ नहीं रहता है। वे थोड़ा-बहुत ही घर पर अपनी फिटनेस पर काम कर पा रहे हैं। ऐसे में जीवन में निराशा आने लगती है, लेकिन इसके अलावा किसी के पास कोई विकल्प भी नहीं है। उन्होंने कहा, मौजूदा स्थिति को देखते हुए मैच से पहले वापसी के लिए भारतीय क्रिकेटरों को 6 से 8 हफ्ते की ट्रेनिंग की जरूरत रहेगी। यही कारण है कि भारतीय टीम मैनेजमेंट ने ट्रेनिंग के लिए इतने ही समय का प्लान तैयार किया है। इसमें फिजिकल ट्रेनिंग और तकनीकी ट्रेनिंग भी शामिल रहेगी।
कई खिलाड़ी ठीक से फिजिकल वर्कआउट नहीं कर पा रहे हैं
अरुण ने कहा, कई खिलाड़ी लॉकडाउन में अपने अपार्टमेंट में ही फंसे हुए हैं। जगह की कमी के कारण ठीक से फिजिकल वर्कआउट पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। शमी लकी क्रिकेटर हैं, जिनके पास प्रैक्टिस के लिए जगह और सुविधा दोनों है। वे लॉकडाउन से पहले अपने गांव चले गए थे। जहां वे अपने फार्म हाउस के खाली मैदान में प्रैक्टिस करते हैं। साथ ही स्विमिंग भी करते हैं। उन्होंने कहा कि, शमी उनके पास इन सबकी वीडियो भेजते हैं। उन्होंने शमी से हमेशा यही कहा है कि, आप इसी तरह प्रैक्टिस करते रहो। आपका करियर 2-3 साल बढ़ जाएगा। अरुण ने कहा कि, लॉकडाउन का सदुपयोग करके खिलाड़ी अपने करियर को 2 से 3 साल के लिए बड़ा सकते हैं।