समुद्रपुर: कानवटी का नाम बदलने के निर्णय का ग्रामीणों ने किया विरोध, जानिए क्या है कारण
- कानकाटी गांव को कांढली नया नाम देने का प्रस्ताव
- जिप सर्कल के चलते इलाके का सबसे बड़ा गांव
डिजिटल डेस्क, समुद्रपुर. तहसील के कांढली में गणतंत्र दिवस पर हुई ग्रामसभा में कानकाटी गांव को कांढली नया नाम देने का प्रस्ताव पास हुआ। इस प्रस्ताव का कांढली वासियों ने विरोध किया है। बुधवार को सरपंच संध्या मड़ावी की अध्यक्षता में ग्रामसभा ली गई। कांढली गांव स्वातंत्रता पूर्व से अस्तित्व में है। यह गांव जिप सर्कल के चलते इलाके का सबसे बड़ा गांव है। गांव समीप के अनेक गांव अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए कांढली इस गांव के नाम का गलत फायदा उठा रहे हैं।
इससे पूर्व बैंक ऑफ इंडिया कांढली इस नाम से बैंक गांव समीप के कानकाटी ग्रामपंचायत में दी गई। कांढली में मंजूर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भी वहीं ले जाने का प्रयास शुरू है। कांढली नाम से आनेवाले शासकीय उपक्रम फिर से पड़ोसी गांव में जाने की संभावना नकारी नहीं जा सकती है। जिससे ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के मार्फत महाराष्ट्र शासन से बिनती करते हुए कांढली गांव का नाम अन्य किसी भी गांव को न दें, अन्यथा तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
दोपहिया से गिरी महिला आयी बस की चपेट में
उधर यवतमाल के वणी से भद्रावती जाते वक्त अचानक संतुलन खो जाने से महिला दोपहिया से नीचे गिर गई तभी पीछे से आई बस की चपेट में आने से महिला की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। हादसा बुधवार दोपहर को तहसील के झोला फाटा परिसर में हुआ। इस हादसे में जयश्री उमाटे (49) की मौत हो गई। जानकारी अनुसार वणी में शिवमहापुराण की कथा सुरू है। यह कथा सुनने के लिए भद्रवती से जयश्री उमाटे (49), बेटा प्रतीक और जेठानी चिता उमाटे एमएच 34 सीई 3120 से ट्रिपल सीट वणी आए थे।
कथा सुनने के बाद वे वापस जा रहे थे। तभी दोपहिया पर सवार जयश्री अचानक दाेपहिया के नीचे गिर गई। बेटा प्रतीक उमाटे और जेठानी सड़क के किनारे जा गिरे। तभी पीछे से आई वणी-चंद्रपुर बस क्रमांक एमएच 14 एचजी 8227 का पहिया जयश्री के ऊपर से गुजर गया। इससे जयश्री की मौत हो गई तथा बेटा प्रतीक और जेठानी चित्रा गंभीररूप से घायल हो गए।