भांडाफोड़: नीट की परीक्षा में डमी परीक्षार्थी बैठानेवाला अंतरराज्यीय गिरोह पकड़ाया
- सात आरोपियों में राजस्थान और महाराष्ट्र के 3-3
- झारखंड के भी एक युवक का समावेश
- दिल्ली के मेडिकल कॉलेज के तीन छात्र भी शामिल
- दो आरोपी नांदेड़ के कोचिंग क्लासेस के
डिजिटल डेस्क, यवतमाल. चिकित्सक बनने के लिए नीट परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य होता है। इसी का फायदा उठाकर इस परीक्षा में सही परीक्षार्थी के बजाए डमी परीक्षार्थी बैठाकर कुछ लोग रैकेट चलाते थे। ऐसे ही नीट की परीक्षा में डमी परीक्षार्थी बिठानेवाले एक अंतरराज्यीय गिरोह को एलसीबी ने बुधवार की रात बीकानेर से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए सात सदस्यों में राजस्थान के तीन, झारखंड के एक और महाराष्ट्र के मुंबई के पालघर के एक और नांदेड के 2 का समावेश है।
जानकारी के अनुसार जिले की धामणगांव रास्ते के पोेेेेेेेेेेेेद्दार स्कूल के क्लर्क कार्तिक सुभाष कर्हे ने 7 मई 2023 को शहर थाने में एक शिकायत दी थी। शिकायत में कहा गया था कि उनकी स्कूल में एनटीए दिल्ली द्वारा नीट परीक्षा आयोजित की गई थी। उसके लिए एनटीए दिल्ली द्वारा भेजी गई बायोमीट्रिक आईडेंटिफिकेशन और चेहरा जांच करनेवाली इनोवेटिव प्रा.लि. के प्रमुख पवन रमेश डोंगरे ने इन उम्मीदवारों की पहचान की थी। यह पहचान होने के बाद इसकी विस्तृत जानकारी एनटीए दिल्ली को भेजी गई। इसमें उम्मीदवार आकार चंद्रकांत पाटील निवासी कोपरी जिला पालघर और एक नाबालिग बालक की जांच करने की सूचना दी गई। दोबारा जांच की गई तो इन दोनों उम्मीदवारों के नाम पर जितेंद्र रामगोपाल गाठचौधरी (22) निवासी घुग्गुल नया शहर थाना बीकानेर राजस्थान और महावीर शिखरचंद नाई निवासी पाबू चौक, बीकानेर राजस्थान निवासी इन दोनों ने परीक्षा दी थी। इस कारण फर्जी प्रवेशपत्र और आधारकार्ड बनाकर उनसे नीट की परीक्षा दिलवाकर धोखाधड़ी करने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने इन आरोपियों के खिलाफ भादंवि की धारा 406, 417, 420, 465, 471, 34 के तहत अपराध दर्ज किया था। इस मामले की गंभीरता ध्यान में लेकर डमी परीक्षार्थी जितेंद्र और महावीर को राजस्थान से गिरफ्तार किया गया। उनसे पूछताछ करने पर इस मामले में नए नाम सामने आए। उसमें आकार चंद्रकांत पाटील, गजानन मधुकर मोरे (36) निवासी नांदेड, नागनाथ गोविंद दहिफले (42) निवासी नांदेड, राजीव राम पदारथलाल कर्ण(44) निवासी झारखंड, नरेश बलदेवराम बिष्णोई (22) ज्योतपुर राजस्थान ऐसे कुल 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई एसपी डा.पवन बनसोड के मार्गदर्शन में एलसीबी के पीआई आधारसिंह सोनोने, एपीआई अमोल मुडे, सुधीर पिदुरकर,रजनीकांत मड़ावी, सतीश फुके आदि ने साइबर सेल की सहायता से की है।
बायाेमीट्रिक आईडेंटिफिकेशन से फूटा भांडा
इस मामले में बायोमीट्रिक आईडेंटिफिकेशन अगर मिल जाता तो यह भांडा नहीं फूटता। मगर यह आईडेंटिफिकेशन मिसमैच होने से नीट की परीक्षा में जो परीक्षक थे, उन्हें संदेह हुआ। इसके बाद उन्होंने प्रवेशपत्र और आधारकार्ड की गहराई से जांच की तो उसके जाली होने की बात सामने आई। उन्होंने वरिष्ठों को बताकर इसकी शिकायत यवतमाल शहर थाने में दी। थोड़ी सी सजगता ने अंतरराज्यीय नीट परीक्षा के रैकेट का भांडा फोड़ दिया।
दिल्ली में भी अपराध दर्ज
पकड़े गए आरोपियों में जितेंद्र गाठचौधरी, महावीर नाईक, नरेश बिष्णोई दिल्ली में मेडिकल पाठ्यक्रम के छात्र हंै तथा गजानन मोरे और नागनाथ दहीफले ये दोनों नांदेड के नीट कोचिंग क्लासेस से संबधित हैं। यह सभी नीट परीक्षा में डमी उम्मीदवार बैठाकर अंतरराज्यीय रैकेट चला रहे थे। पुलिस ने बताया कि नरेश बिष्णोई पर इसी तरह का अपराध दिल्ली में भी दर्ज किया जा चुका है।