आक्रोश: यवतमाल में किसान उतरे रास्ते पर, कर्जमाफी नहीं मिली तो किसानों ने फूंकी बैलगाड़ी

यवतमाल में किसान उतरे रास्ते पर,  कर्जमाफी नहीं मिली तो किसानों ने फूंकी बैलगाड़ी
  • बजट में प्रावधान न होने से नाराज हुए किसान
  • महामार्ग पर चक्का जाम कर जताई नाराजगी
  • कहा- सरकार ने आत्महत्या करने की नौबत लाई

डिजिटल डेस्क, यवतमाल। राज्य सरकार के शुक्रवार को पेश किए गए बजट में कर्जमाफी का प्रावधान नहीं होने से नाराज किसानों ने जमकर हंगामा किया। तहसील के ग्राम बोरी सिंह के किसानों ने रोष जताते हुए शुक्रवार दोपहर नागपुर-तुलजापुर महामार्ग पर रास्ता रोको आंदोलन कर बैलगाड़ी फूंक दी। युवा किसानों के इस आंदोलन से महामार्ग पर कुछ समय के लिए यातायात प्रभावित रहा। आंदोलन का नेतृत्व कुणाल जतकर ने किया।

आंदोलनकारियों का कहना था कि आज से एक माह पूर्व उन्होंने कर्जमाफी की मांग को लेकर अपने खून से लिखा पत्र मुख्यमंत्री को भेजा था। इस पत्र को सरकार ने गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद किसानों की मांगों की ओर सरकार का ध्यानाकर्षित करने के लिए यह आंदोलन हुआ। दोपहर 12.30 बजे से डेढ़ बजे तक किसानों ने यहां आंदोलन किया। इस बीच प्रशासन का कोई अधिकारी, कर्मी नहीं पहुंचा था। मार्ग से वाहनों समेत कुछ एम्बुलेंस भी यातायात में फंस गई थी। उन्हंे जाने के लिए रास्ता दिया गया और उसके बाद यह आंदोलन समाप्त हुआ।

कई बैंक किसानों को फसल कर्ज नहीं दे रही ना उन्हंे कर्जमाफी का लाभ मिला है। इसके चलते यह किसान फिर साहूकारों का दरवाजा खटखटाने को मजबूर हो गए हैं। हाल ही में किसानों ने खरीफ फसल की बुआई की लेकिन फसल को खाद देने के लिए किसानों के पास पैसे नहीं हैं। कई आंदोलन करने के बाद भी कर्जमाफी को लेकर निर्णय नहीं हुआ है। इससे संतप्त होकर कुणाल जतकर समेत ग्राम बोरी सिंह के किसानों ने आंदोलन किया। आंदोलन में विट्‌ठल मेश्राम, परेश राऊत, दुर्गेश भिवनकर समेत युवा किसान बड़ी संख्या में शामिल हुए।


Created On :   29 Jun 2024 2:36 PM GMT

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