वर्धा: पुराने गणवेश में ही स्कूल पहुंचे विद्यार्थी, नए गणवेश न मिलने से छायी मायूसी

  • जिले के 1 हजार 463 सरकारी स्कूल आरंभ हो गए
  • पुराने गणवेश में ही स्कूल पहुंचे विद्यार्थी

Bhaskar Hindi
Update: 2024-07-02 14:00 GMT

डिजिटल डेस्क, वर्धा. लगभग ढाई महीने की छुट्‌टी के बाद जिले के 1 हजार 463 सरकारी स्कूल आरंभ हो गए। सभी स्कूलों में उत्साह के साथ छात्रों का प्रवेशोत्सव मनाया गया। स्कूल के मुख्याध्याक, शिक्षक- शिक्षिकाओं ने विद्यार्थियोंं का स्वागत किया। केंद्र व तहसीलस्तर के अधिकारियों ने परिसर की स्कूलों को भेट देकर छात्रों की हौसला अफजाई की। स्कूल पुन: आरंभ होने से परिसर में बच्चों की किलबिलाहट पुन: शुरू हो गई है। पुन: स्कूल आरंभ होने के कारण छात्रों में उत्साह भी नजर आ रहा था। स्कूल पहुंचे विद्यार्थियों का पुष्प देकर स्वागत किया गया। वहीं मिठाई बांटी गई।

समग्र शिक्षा अभियान के तहत जिले के 49 हजार 559 छात्रों को गणवेश का वितरण करना था। हर छात्र को स्कूल व स्कॉऊट गाइड का एक इस प्रकार से दो गणवेश दिए जाने थे। लेकिन उसका कपड़ा ही नहीं आने के कारण कुछ छात्र पुराने गणवेश में ही स्कूल पहुंचे। इस कारण उनमें मायूसी छायी थी। वहीं कुछ छात्र अभिभावकों ने बाजार से खरीदकर दिए गणवेश में स्कूल पहंुचे। साथ ही जिले की जिला परिषद, नगर परिषद व उर्दू माध्यम की स्कूलों में पहले ही दिन किताबों का वितरण किया गया। इसमें हिंदी व उर्दू माध्यम के साथ ही अधिकतर मराठी माध्यम की किताबों का समावेश था। कुल 82 हजार 247 छात्रों को किताबों के सेट का वितरण किया गया। इसके लिए जिला परिषद प्रशासन ने 3 करोड 10 लाख 76 हजार 393 रुपए का प्रस्ताव रखा था। किताबों का जिले से तहसीलस्तर पर वितरण करने के लिए 1 लाख 85 हजार 593 हजार रुपए खर्च आया है।

सभी शालाओं में किया गया पौधारोपण

जिले की सभी सरकारी स्कूलों में छात्रों का उत्साह के साथ प्रवेशोत्सव मनाया गया। इसके लिए स्कूलों में सजावट की गई थी। इसके साथ ही स्कूलों में पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। जिसके संवर्धन की जिम्मेदारी सामूहिक रूप से स्कूल में ली गई।

Similar News