सिवनी: डेंगू के घेरे में सिवनी, नपा कर रही खानापूर्ति
- अब तक जिला मुख्यालय में सबसे ज्यादा मरीज आए सामने
- जिला मलेरिया विभाग व स्वास्थ्य विभाग का अमला जिले की निकायों से लगातार आग्रह कर रहा है
- लगातार बढ़ते प्रकोप के बावजूद नगर पालिका परिषद सिवनी द्वारा खानापूर्ति के अलावा कुछ नहीं किया जा रहा है।
डिजिटल डेस्क,सिवनी। जिले में डेंगू-मलेरिया का प्रकोप भयावह होता जा रहा है। अब तक डेंगू के एक सैकड़ा से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा मरीज सिवनी में मिले हैं, जिनकी संख्या 38 पर पहुंच गई है। लगातार बढ़ते प्रकोप के बावजूद नगर पालिका परिषद सिवनी द्वारा खानापूर्ति के अलावा कुछ नहीं किया जा रहा है।
जिला मलेरिया विभाग व स्वास्थ्य विभाग का अमला जिले की निकायों से लगातार आग्रह कर रहा है, लेकिन निकाय इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। इसी का परिणाम है कि सिवनी में जहां डेंगू के सर्वाधिक केस सामने आए हैं, वहीं केवलारी मलेरिया के मामले में सबसे आगे चल रहा है।
छपारा में भी डेंगू, मलेरिया के केस बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन छपारा नगर परिषद द्वारा भी इसे गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है, जबकि छपारा भगत सिंह वार्ड के एक किशोर की डेंगू से मौत भी हो चुकी है।
घरों में पाया गया लार्वा
अकबर वार्ड स्थित साकार सिटी निवासी एक युवक डेंगू पॉजीटिव पाया गया है। जानकारी सामने आने के बाद मलेरिया विभाग हरकत में आया। शनिवार को जिला मलेरिया अधिकारी रामजी भलावी क्षेत्र में पहुंचे। कालोनी के बाहर की बस्ती में जांच के दौरान कुछ घरों में लार्वा भी पाया गया।
सूचना देने के बाद नगर पालिका सीएमओ रामकुमार कुर्वेती भी आ गए थे। जिला मलरिया अधिकारी श्री भलावी ने क्षेत्रीय निवासियों से घर एवं घर के आसपास मच्छरजन्य परिस्थितियां समाप्त करने, एक सप्ताह से अधिक किसी भी टंकी का खुला रखकर पानी का संग्रह नहीं किये जाने, सोते समय हमेंश मच्छरदानी का उपयोग करने एवं पूरे बाह के कपड़े पहन्ने की अपील की गई।
वहीं सीएमओ श्री कुर्वेती द्वारा अधिनस्थ कर्मचारियों को डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में नालियों की साफ-सफाई एवं मच्छरों की उत्पत्ति समाप्त करने हेतु क्षेत्र में जमा पानी में कीटनाशक का छिडक़ाव करने हेतु निर्देश दिए गए।
टैगोर वार्ड में सबसे ज्यादा मरीज
सिवनी में जहां जिले के सबसे ज्यादा डेंगू के मरीज मिले हैं। वहीं यहां के 24 में से टैगोर वार्ड ऐसा है, जहां सबसे ज्यादा डेंगू पीडि़त मिले हैं। जिला प्रशासन के निर्देष पर निकायों द्वारा डेंगू प्रभावित क्षेत्र में लगातार लार्वा सर्वे एवं विनिष्टिकरण, प्रचार-प्रसार, पम्पलेट वितरण एवं फागिंग कार्य तथा नालियों की साफ-सफाई किए जाने के दावे किए जा रहे हैं।
जबकि हकीकत कुछ और ही है। सभी वार्ड में नाले-नालियां चोक हैं। खाली प्लाटों में पानी व गंदगी भरी हुई है। टैगोर व अकबर वार्ड में भी ऐसे ही हालात हैं।