पन्ना: डीएपी के स्थान पर एनपीके मिश्रित खाद का करें उपयोग
- किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा
- डीएपी के स्थान पर एनपीके मिश्रित खाद का करें उपयोग
डिजिटल डेस्क, पन्ना। किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग द्वारा किसान भाईयों को डीएपी खाद के स्थान पर एनपीके मिश्रित खाद के उपयोग के संबंध में सूचित किया गया है। बताया गया है कि वर्तमान में डीएपी उर्वरकों का उपयोग अनुशंसित मात्रा से अधिक हो रहा है जिससे जमीन की उर्वरा क्षमता धीरे-धीरे कम होती जा रही है। किसानों द्वारा निरंतर अत्यधिक मात्रा में डीएपी उर्वरक का उपयोग किया जा रहा है। विभाग द्वारा दी गई जानकारी में अवगत कराया गया है कि डीएपी उर्वरक में फास्फोरस तत्व अधिक मात्रा में होने से फास्फोरस एक ही स्थान पर जमीन में पडा रहता है और फसल के पौधे इस तत्व का संपूर्ण उपयोग नहीं कर पाते हैं। जमीन में फास्फोरस अधिक मात्रा में संग्रहित होने के कारण जमीन की उर्वरा शक्ति भी धीरे.धीरे कम होती जाती है।
इसलिए डीएपी उर्वरक के स्थान पर किसानों द्वारा एनपीके उर्वरक का उपयोग करना अच्छा उपाय है। इससे फसलों का उत्पादन अधिक होने के कारण जमीन भी खराब नहीं होगी। एनपीके के उर्वरक में सभी तत्व समान मात्रा में होने और फसल की आवश्यकतानुसार मात्रा में होने के कारण फसल इसका संपूर्ण उपयोग कर लेती है और जमीन में अतिरिक्त तत्वों का संग्रहण भी नहीं होता। साथ ही फसल की उत्पादकता भी अच्छी होती है। किसान भाईयों द्वारा फसल की उर्वरक पूर्ति के दृष्टिगत डीएपी उर्वरक के स्थान पर एनपीकेए नैनो डीएपी एवं नैनो यूरिया उर्वरक का उपयोग किया जा सकता है।