पन्ना: महाविद्यालय में नवप्रवेशी विद्यार्थियों के लिए त्रिदिवसीय दीक्षारंभ समारोह प्रारंभ, छात्र-छात्राओं का रोली एवं अक्षत लगाकर किया स्वागत अभिनंदन
- महाविद्यालय में नवप्रवेशी विद्यार्थियों के लिए त्रिदिवसीय दीक्षारंभ समारोह प्रारंभ
- छात्र-छात्राओं का रोली एवं अक्षत लगाकर किया स्वागत अभिनंदन
डिजिटल डेस्क, पन्ना। मध्य प्रदेश शासन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी किए गए आदेश पर महाविद्यालयों में आज से तीन दिवसीय दीक्षारंभ समारोह की शुरूआत हो गई। जिले के नोडल एवं पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस महाविद्यालय में दीक्षारंभ कार्यक्रम का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मीना राजे परमार के मुख्य आतिथ्य तथा नगर पालिका पन्ना की अध्यक्ष श्रीमती मीना पाण्डेय एवं महाविद्यालय की जनभागीदारी समिति की अध्यक्ष राजेश गौतम के विशिष्ट आतिथ्य में किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.एस.पी.एस परमार द्वारा की गई। अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती के छाया चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं माल्यार्पण किया गया छात्राओं ने माँ सरस्वती की वंदना प्रस्तुत की। महाविद्यालय में प्रवेश लेने वाले नवप्रवेशित छात्रों को रोली एवं अक्षत लगाकर स्वागत व अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा विद्यार्थियों को महाविद्यालय के संबंध में मुख्य जानकारियों से अवगत कराया गया तथा साथ ही साथ महाविद्यालय के विजन के बारे में बताया गया कि महाविद्यालय को पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस का दर्जा प्राप्त हुआ है और इससे महाविद्यालय में नवीन पाठयक्रम शुरू हुए है और भी नये पाठयक्रमों की स्वीकृति प्राप्त होगी। महाविद्यालय के विकास एवं अन्य क्षेत्रों में भी इससे बडा बदलाव होगा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष मीना राजे परमार ने कहा कि जब छात्र स्कूल की शिक्षा पूरी कर महाविद्यालय में प्रवेश लेते है तो माता-पिता की उम्मीदें और बढ जाती है और अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए अग्रसर हो जाते है। जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सिंह ने के महाविद्यालय में माइक्रो बायोलॉजी, संगीत, गगूल शास्त्र आदि नये पाठयक्रम शुरू होगो इसके लिए जो कार्यवाही होगी उसमें पूरा सहयोग देगीं। विशिष्ट अतिथि नपा अध्यक्ष द्वारा कार्यक्रम में सभी छात्र-छात्राओ को मेहनत से पढऩे और सफलता अर्जित करने के लिए पे्ररित किया। जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष राजेश गौतम ने अपने उद्बोधन में बताया कि दीक्षारंभ की प्रक्रिया हमारी प्राचीन शिक्षा पद्धति से ही संबंधित है।
इस कार्यक्रम में डॉ. बृजेश दोहरे, डॉ. शिवगोपाल सिंह, डॉ. आनंद चौरसिया, डॉ. जे.के. वर्मा, डॉ. मयंक सिंह, डॉ. सचिन गोयल, डॉ. अंकिता सोनी, सिद्धू सिंह, डॉ. पुष्पराज सिंह, डॉ. पियूषा शर्मा, डॉ. पुष्पराज चौरसिया, डॉ. कविता परवंदा, डॉ. सत्यप्रकाश बेरईया, धर्मेन्द्र यादव, डॉ. अनुराधा चौरसिया, अरविंद निषाद, डॉ. बरदानी प्रजापति ने अपनी सहभागिता दी। कार्यक्रम का कुशल मंच संचालन डॉ. बी.एन. जायसवाल एवं डॉ. श्वेता ताम्रकार द्वारा किया गया और आभार डॉ.जे. के. वर्मा द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. एस. के. पटेल, डॉ. आर.एम. दत्ता, डॉ. विनय श्रीवास्तव, डॉ. पुष्कर सिंह, डॉ. पुष्पराज सिंह, डॉ. सतीश त्रिपाठी, डॉ. समीक्षा सिसौदिया, डॉ. रजनीश चौरसिया, डॉ. राममोहन तिवारी, डॉ. गुलाबधर, डॉ. ऋषभ देव साकेत, डॉ. निशांत खरे, डॉ. अरविंद मंडेलिया, डॉ. राजेश शर्मा, डॉ. रचना गुप्ता, विपिन सिंह के साथ-साथ नव प्रवेशित छात्र एवं अध्ययनरत छात्र भी उपस्थित रहे।