श्रीमद्भागवत कथा: रामराज में रोग, दैवीय प्रकोप और भौतिक आपदा का नहीं था प्रभाव
डिजिटल डेस्क, पन्ना। भारत मेें रामराज को आदर्श माना जाता है, श्रीराम के राज में देह से संबधित रोग, दैवीय प्रकोप और भौतिक आपदा का कोई स्थान नहीं था। उक्ताशय की बात आज पन्ना के गणेश मार्केट निवासी पंडित डॉ. घनश्याम शर्मा के निवास स्थल पर चल रही संगीतमयी श्रीमद्भागवत कथा के अवसर पर कथाचार्य श्याम सुंदरदास राम जी महाराज द्वारा बताई गई। उन्होंने कहा कि राजा रामचंद्र ने सभी प्रकार के प्रकोपों पर विजय प्राप्त कर ली थी। राम के राज में प्रजा बेहद ही सुखी थी। उन्होंने बताया कि पृथ्वी पर बढ रहे अत्याचार को समाप्त करने व धर्म की स्थापना करने के लिए अयोध्या के चक्रवर्ती सम्राट महाराज दशरथ के यहां पर श्री हरि अंश स्वरूप भाईयों के साथ अवतरित हुए थे और उन्होंने आदर्श पुरूष के रूप में आदर्श राज्य की परिकल्पना को जन-जन के बीच साकार किया। श्रीमद्भागवत कथा के प्रसंग में आज भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव की कथा के प्रसंग का वर्णन किया गया और कथा प्रसंग के दौरान श्री कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया।