पन्ना: बचपन से ही भगवान के भजन-पूजन में लग जाना चाहिए: हरिदास महाराज जी
डिजिटल डेस्क, पन्ना। शहर के गणेश मार्केट निवासी पंडित डॉ. घनश्याम शर्मा के निवास पर चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन अयोध्या धाम से पधारे हरिदास महाराज ने धुव्र चरित्र को विस्तार के साथ कथा पंडाल में उपस्थित श्रोताओं को बतलाया उन्होंने शिवजी और माता सती के चरित्र को श्रवण कराते हुए बताया कि भगवान के चरित्र पर संदेह नहीं करना चाहिए भगवान सर्व समर्थ है कभी भी कुछ भी कर सकते हैं। भगवान शिव की बात ना मानकर माता सती श्रीराम की परीक्षा लेने चली गई परिणामस्वरूप सती को अपना देश त्यागना पड़ा। महाराज श्री ने धुव्र चरित्र की कथा सुनाते हुए बताया कि प्रत्येक व्यक्ति को बचपन से ही भगवान के भजन पूजन में लग जाना चाहिए धुव्र जी ने 5 वर्ष की अवस्था में नारद जी से दीक्षा ग्रहण करके भजन में लग गए जिससे भगवान को उन्हें अपने दर्शन देना पडे। हमारा भारतवर्ष धन्य है जहां पर ऐसे भक्त हुए जिनके दर्शन करने भगवान को स्वयं आना पड़ा।