पन्ना: कोठी में हो रहे अवैध उत्खनन पर नहीं हुई कार्रवाई, प्रतिदिन निकल रहे सैकडों वाहन, वन चौकी पर दर्ज होती है इंट्री

  • कोठी में हो रहे अवैध उत्खनन पर नहीं हुई कार्रवाई
  • प्रतिदिन निकल रहे सैकडों वाहन, वन चौकी पर दर्ज होती है इंट्री
  • वन विभाग ने कहा हमें नहीं टीपी देखने का अधिकार, खनिज विभाग मौन

Bhaskar Hindi
Update: 2024-06-25 10:11 GMT

डिजिटल डेस्क, पन्ना। जिले के पवई विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम कोठी में इन दिनों व्यापक स्तर पर अवैध उत्खनन हो रहा है। यहां से प्रतिदिन सैंकडों वाहन फर्शी पत्थर एवं बोल्डर पत्थरों का परिवहन होता है। बताया जाता है कि कोठी में एक मात्र वैधानिक खदान है लेकिन मौके पर आधा दर्जन से अधिक खदानें एक ही स्थान पर संचालित हो रहीं है। आलम यह है कि बेखौफ खनन माफियाओं में सडक किनारे ही खदान खोदना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों की मानें तो यहां बेतहाशा ब्लास्टिंग भी की जाती है। ब्लास्ंिटग से उडने वाले पत्थर गांव तक पहुंचते हैं। कई बार कुछ ग्रामीण घायल तक हुए। लेकिन खदानें रसूकदार लोग है इसलिए ग्रामीण किसी तरह की कोई शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। दहशत का आलम यह है कि ग्रामीण उत्खननकारियों के नाम भी अपनी जुबान पर लाने को तैयार नहीं थे।

यह भी पढ़े -महादेव के कैलाश धाम को बचाने भारत तिब्बत सहयोग मंच की कार्यकारिणी घोषित

मीडिया की टीम ने लोगों से बात की स्थानीय लोगों ने बताया कि खदानें तो स्वयं रहीं है हर किसी को नजर आती हैं लेकिन कोई कुछ नहीं करता। इस मामले पर जिले के जिम्मेदार अधिकारियों से बात की गई। हर कोई बात को टाल रहा है बताया जाता है कि खनिज विभाग द्वारा पवई क्षेत्र की जिम्मेदारी खनिज निरीक्षक राजकुमार गुप्ता को सौंपी है। जो कभी क्षेत्र भ्रमण पर नहीं जाते। यही कारण है कि खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है और अब सडक किनारे ही उत्खनन शुरू हो गया है। खनिज विभाग के अधिकारियों की मानें तो मौके पर फिलहाल खनन नहीं हो रहा है जबकि मौके पर फर्शी पत्थर कटे हुए पडे साफ देखे जा सकते है। विभाग को चाहिए कि सभी उत्खनित खनिज को जप्त कर वैधानिक कार्यवाही सुनिश्चित करें।

यह भी पढ़े -विवाहित साली को झांसा देकर दुष्कर्म करने वाला आरोपी जीजा गिरफ्तार, महिला थाना पन्ना में दर्ज हुआ था मामला

वन नाके में होती है फर्जी इंट्री

मोहन्द्रा-रैपुरा मुख्य मार्ग से होकर कोठी मार्ग गुजरता है। इस तिराहे पर वन विभाग के मोहन्द्रा वन परिक्षत्र की मुडेरा चौकी है। इस चौकी पर एक वनरक्षक व एक चौकीदार 24 घंटे तैनात रहता है। वन चौकी पर मिले चौकीदार ने बताया कि उसे यहां से गुजरने वाले सभी वाहनों के नम्बर नोट करने के निर्देश हैं। नोट किए गए नम्बर देखे तो पता चला कि एक दिन में करीब 100 वाहन यहां से गुजरते हैं लेकिन इनकी इंट्री नाके के मुख्य रजिस्टर में नहीं होती। वाहनों की इंट्री रफ कापी के पन्नों पर की जाती है। इसके बाद वनरक्षक द्वारा सहुलियत के हिसाब से रजिस्टर पर नम्बर चढा दिए जाते हैं। इस मामले पर वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि वन विभाग के पास खनिज की टीपी चैक करने का अधिकार नहीं है। हमारा नाका तो वनोपज के लिए है लेकिन हम वाहनों के नम्बर नोट कर लेते हैं।

यह भी पढ़े -पन्ना विधायक व कलेक्टर ने बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाकर किया अभियान का शुभारंभ,

इनका कहना है

कोठी में वन क्षेत्र में कोई उत्खनन नहीं हो रहा है सारा उत्खनन राजस्व क्षेत्र में है। हमारी मुडेरा चौकी पर वाहनों की इंट्री होती है हमने रजिस्टर उपलब्ध कराया है। जहां तक बात अवैध खनिज परिवहन की है तो यह हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं है। खनिज के वाहनों का ईटीपी हम चैक नहीं कर सकते।

पुनीत सोनकर, डीएफओ दक्षिण वन मंडल पन्ना

मुझे आपके समाचार पत्र के माध्यम से कोठी में अवैध उत्खनन की जानकारी मिली थी। अभी टिकरिया शिविर के दौर मैं मौके पर गया था। यह सही है कि सडक के पास उत्खनन हो रहा है लेकिन मौके पर कोई नहीं मिला। हम दोबारा यहां पहुंचकर कार्यवाही करेंगे।

रवि कुमार पटेल, उप संचालक खनिज विभाग पन्ना 

Tags:    

Similar News