पन्ना: पीपीपी मोड पर पन्ना में खुलेगा मेडिकल कॉलेज, कंसलटेन्ट एजेंसी की दो सदस्यीय टीम ने अस्पताल तथा आरक्षित भूमि का किया निरीक्षण

  • पीपीपी मोड पर पन्ना में खुलेगा मेडिकल कॉलेज
  • कंसलटेन्ट एजेंसी की दो सदस्यीय टीम ने अस्पताल तथा आरक्षित भूमि का किया निरीक्षण
  • लोकपाल सागर तालाब के समीप मेडिकल कॉलेज के लिए १२ हेक्टयर भूमि की जा चुकी है आरक्षित

Bhaskar Hindi
Update: 2024-04-14 07:40 GMT

डिजिटल डेस्क, पन्ना। जिला अस्पतालों को पीपीपी मोड पर देकर मेडिकल कॉलेज खोलने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया था और इसके अंतर्गत पहले चरण में मध्य प्रदेश शासन द्वारा तीन जिलों कटनी, मुरैना और पन्ना में मेडिकल कॉलेज को खोले जाने को लेकर स्वीकृति दी गई थी और इसके बाद मेडिकल कॉलेज को खोले जाने को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। सरकार द्वारा पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज खोले जाने की प्रक्रिया के अंतर्गत नियुक्त की गई कंसलटेन्ट एजेंसी का दो सदस्यीय दल पन्ना में मेडिकल कालेज से जुडी आवश्यकताओ एवं पहलुओं के निरीक्षण के लिए आज पन्ना पहँुचा। जिसके द्वारा जिला चिकित्सालय पन्ना के साथ ही मेडिकल कालेज के लिए पुरूषोत्तम स्थित लोकपाल सागर के समीप आरक्षित की गई जमीन का निरीक्षण किया गया। दो सदस्यीय कंसलटेन्ट टीम जिनमें डॉ. अंकुर भारतीय तथा डॉ. ज्ञानेनजय शामिल थे। पन्ना के जिला अस्पताल पहँुचकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.व्ही.एस.उपाध्याय, सिविल सर्जन डॉ. आलोक गुप्ता, इंजीनियर सिद्धा बोरकर, दिव्या आदि के साथ बातचीत कर जिला अस्पताल में आईपीडी एवं ओपीडी मरीजों के दाखिले की जानकारी ली गई तथा मेेडिकल कालेज के प्रारंभ किए जाने की स्थितियों को लेकर आवश्यक बिन्दुओं पर आंकलन किया गया।

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टीम के सदस्यों ने जिला अस्पताल की सेन्ट्रल पैथोलाजी लैब में होने वाली जांचों के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई तथा अस्पताल के वार्डाे एवं ओपीडी आदि का निरीक्षण करने के साथ अस्पताल में सीटी स्कैन सेन्टर का निरीक्षण किया गया तथा जिला अस्पताल की संरचनात्मक स्थिति की जानकारी ली गई इसके बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ कंसलटेन्ट टीम जांच के लिए मेडिकल कालेज के लिए पुरूषोत्तमपुर स्थित लोकपाल सागर तालाब के समीप मेडिकल कालेज के लिए आरक्षित जमीन का निरीक्षण किया गया।

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लोकपाल सागर तालाब के समीप ३० एकड़ भूमि मेडिकल कालेज के लिए है आरक्षित

मेडिकल कालेज का निर्माण पीपीपी मोड पर किया जाना प्रस्तावित है। इस प्रस्ताव के बाद जिला प्रशासन द्वारा पन्ना शहर के लोकपाल सागर तालाब के समीप लगभग १२ हेक्टयर (३० एकड़)जमीन आरक्षित की गई है जो कि शमसान घाट तथा खेल मैदान से लगी हुई जमीन है। कंसलटेन्ट टीम द्वारा बातचीत में २५ एकड़ के लगभग जमीन आवश्यकता मेडिकल कालेज के लिए बताई गई और मेडिकल कालेज के लिए भवन तथा अन्य संरचनाओ के निर्माण आवागमन की सडक के निर्माण आदि के संबंध में चर्चा की गई आरक्षित भूमि के निरीक्षण के लिए पहँुची टीम को राजस्व विभाग के अधिकारियों, राजस्व निरीक्षक के.के दुबे तथा हल्का पटवारी पुरूषोत्तमपुर देवांशी मिश्रा द्वारा जमीन के संबंध में चाही गई जानकारी दी गई।

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निवेशकों का चयन होगा निजी भागीदारी से संचालित होगा मेडिकल कालेज

जानकारी के अनुसार पीपीपी मोड पर जो मेडिकल कालेज खोले जा रहे है शुरूआत में एमएमबीएस की १०० सीटें रहेगी। लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा पीपीपी मोड पर मेडिकल कालेज खोलने के लिए निवेशकों निजी भागीदारों से ऑफर बुलाए गए है बताया जा रहा है कि निवेशको के चयन को लेकर प्रक्रिया चल रही है। निजी निवेशक मेडिकल कालेज का निर्माण, संचालन और संधारण करेगा साथ ही जिला अस्पताल का नेशनल मेडिकल कमीशन एनएमसी के मापदण्डो के अनुसार उन्नयन एवं संचालन करेगा। हर विशेषज्ञता में उपलब्ध कुल बिस्तरों में से ७५ प्रतिशत नि:शुल्क रोगियों के लिए रहेेंगे। शेष २५ प्रतिशत निजी भागीदारी शुल्क ले सकेंगे। जिला अस्पताल और मेडिकल कालेज के लिए कर्मचारियों की व्यवस्था भी निवेशकों को करनी होगी।

लोकपाल सागर तालाब के कैचमेन्ट एरिया में मेडिकल कालेज बनने से जल के दूषित होने का खतरा

मेडिकल कालेज के लिए लोकपाल सागर तालाब के समीप जो जमीन आरक्षित की गई है वह लोकपाल सागर तालाब का कैचमेन्ट एरिया है। स्वभाविक है इसी क्षेत्र से होकर वर्षा जल लोकपाल सागर तालाब में पहुंचता है लोग इस बात को लेकर आशंकित है कि यदि लोकपाल सागर तालाब के कैचमेन्ट ऐरिया के क्षेत्र में मेडिकल कालेज का निर्माण होता है तो यहां पर मेडिकल वेस्टेज से लेकर तमाम तरह की गंदगी भी बहकर तालाब में पहुंचेगी ऐसे में तालाब के पानी के दूषित होने की आशंकाओ से इंकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में इस बात पर ध्यान देने की जरूरत है कि मेडिकल कालेज भी बने और तालाब का कैचमेन्ट एरिया गंदगी से प्रभावित न हो यह पूर्व से सुनिश्चित किया जाना चाहिए। वजह यह है कि पन्ना शहर का लोकपाल सागर तालाब जो कि २७५ एकड़ का पन्ना का सबसे बडा तालाब है जिससे पन्ना शहर के लोगो के पीने के लिए पानी भी मिलता है साथ ही आधा दर्जन से अधिक ग्रामों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध होता है ऐसे तालाब की सुरक्षा भी उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी मेडिकल कालेज के निर्माण की जरूरत है।  

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