पन्ना: पहाडीखेरा में खुले में प्रसूता ने जुडवां बच्चों को दिया जन्म, नवजातों की मौत
- पहाडीखेरा में खुले में प्रसूता ने जुडवां बच्चों को दिया जन्म
- नवजातों की हुई मौत
डिजिटल डेस्क, पहाडीखेरा नि.प्र.। पन्ना जिले के पहाडीखेरा कस्बा मुख्यालय में आज दिल को झकझोर देने वाली दुखद घटना सामने आई है पहाडीखेरा से चार किलोमीटर दूर ग्राम नैगवां में रहने वाली २६ वर्षीय प्रसूता महिला द्वारा कस्बा स्थित पुलिस चौकी बस स्टैण्ड के खुले क्षेत्र में प्रसव वेदना के साथ तपड़ते हुए दो जुडवां बच्चों को जन्म दिया। नवजात दोनों शिशुओ की जन्म लेने के साथ ही मौत हो गई। घटना के साथ गर्भनाल से जुडे मृत दोनों जुडवां बच्चों के साथ महिला को उपस्वास्थ्य केन्द्र पहाडीखेरा में कार्यरत नर्सों द्वारा स्ट्रेचर से उपस्वास्थ्य केन्द्र भवन ले जाया गया जहां बच्चो से जुडी गर्भनाल काटी गई और गंभीर हालत में महिला को जिला चिकित्सालय पन्ना उपचार के लिए भेजा गया। पूरा घटनाक्रम जो सामने आया है उसकी जानकारी के अनुसार ग्राम नैगवां निवासी अखिलेश आदिवासी की २६ वर्षीय पत्नी शिवानी जो कि सात माह के गर्भ से थी दर्द बढने पर पति अखिलेश पत्नी शिवानी को आटो में बैठाकर पहाडीखेरा पहुंचा जहां पर उसके द्वारा एक निजी चिकित्सक के पास अपनी पत्नी को ले जाकर दिखाया गया तो उस चिकित्सक द्वारा असमर्थता जताते हुए बाहर ले जाने की बात कही गई। इस पर पति चिकित्सक के यहां से अपनी पत्नी के साथ बस स्टैण्ड वाहन की तलाश में पहुंचा गया।
शुक्रवार दिनांक १४ जून को दोपहर लगभग ३ बजे बस स्टैण्ड मेंं जब प्रसूता शिवानी गौड़ खडी तो उसका दर्द तेजी के साथ बढ गया जिससे वह खुले जमीन में ही लेट गई और खुले में ही दो जुडवां बच्चों को वह जन्म देने लगी। इस दयनीय हालत को देखकर कुछ लोगों द्वारा कुछ दूर उपस्वास्थ्य केन्द्र जो कि डिलेवरी प्वाइट भी है वहां पहुंचकर सीएचओ प्रीती पटेल, एएनएम श्रीमती सरोज शर्मा को दी गई जिसके बाद आनन-फानन में सीएचओ एएनएम प्रसूता के पास पहुंची और जुडवां दोनो बच्चों को गर्भ से पूरी तरह से बाहर किया एवं उपस्वास्थ्य केन्द्र से स्ट्रेचर मंगवाकर प्रसूता को गर्भनाल से जुडे मृत जुडवां बच्चों के साथ उपस्वास्थ्य केन्द्र ले जाया गया जहां पर एएनएम द्वारा मृत बच्चों की गर्भनाल काटी गई। इसी दौरान प्रसूता महिला का भारी मात्रा में रक्तस्त्राव हो जाने से प्रसूता की हालत काफी बिगड गई। जिसके बाद जननी एक्सप्रेस को बुलवाकर प्रसूता महिला को जिला अस्तपताल पन्ना उपचार के लिए भेजा गया।