पन्ना: चौकीदारों के भरोसे वन सुरक्षा, डिप्टी और बीर्ड गार्ड रहते हैं गायब

Bhaskar Hindi
Update: 2023-12-31 06:39 GMT

डिजिटल डेस्क, पहाडीखेरा नि.प्र.। शासन के साफ निर्देश है कि मैदानी अमले को मुख्यालय में रहते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन करना होगा परंतु ग्रामीण अंचलों में पदस्थ ज्यादतर सरकारी कर्मचारियों की स्थिति यह है कि वे अपने मुख्यालय में न रहकर अप-डाउन करते है और इनमें फील्ड स्तर जिम्मेदार कर्मचारियों की स्थिति इस रूप में देखी जा रही है कि यह कई-कई दिनों तक नदारत रहते है। वन विभाग जिसके कर्र्मचारियो पर वन एवं वन्यप्राणी की सुरक्षा के साथ ही वन क्षेत्र में अवैध उत्खनन को रोकने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है किन्तु वन विभाग का मैदानी अमला जंगलों की सुरक्षा से दूर है ओैर चौकीदारों पर ही वन सुरक्षा जैसी जिम्मेदारी देखी जा रही है। पहाडीखेरा क्षेत्र अंतर्गत गजना में वन चौकी स्थापित है जिसके अंतर्गत गजना सहित पुखरा और पनारी बीट का विशाल वन क्षेत्र है और गजना वन चौकी क्षेत्र अंतर्गत वन सुरक्षा गश्ती वन प्राणियों के शिकार की रोकथाम के लिए दो उपवन क्षेत्रपाल तथा तीन वन रक्षक बीट गार्ड पदस्थ है।

वन रक्षकों की बीट में क्षेत्रों में तैनादगी है किन्तु गजना वन चौकी के अंतर्गत तैनात उपवन क्षेत्रपाल एवं बीट गार्डो की स्थिति यह है कि वे मुख्यालय से अक्सर नदारत रहते है और अपना निवास जिला मुख्यालय में बनाए हुए है। गजना से जिला मुख्यालय पन्ना की दूरी लगभग ३४ किलोमीटर है ऐसे में उनके मुख्यालय में नहीं रहने के चलते वनों की सुरक्षा का कार्य चौकीदारों पर ही निर्भर है स्थिति यह है कि ज्यादातर गजना की चौकी सूनी पडी रहती है कभी कभार ही डिप्टी और बीट गार्ड यहां पहँुचते है। वन कर्मचारियों के नहीं रहने की वजह से पेड़ों की अवेैध रूप से कटाई हो रही है साथ ही साथ अवैध रूप से उत्खनन भी हो रहा है। वन्यप्राणियों की सुरक्षा पर भी हमेशा खतरा बना रहता है गजना वन चौकी की स्थिति यह है कि अवारा पशुओं का यहां पर अड्डा बना रहता है। वन चौकी के कमरे में जाला लगा हुआ है जिसकी वजह यह है कि मैदानी अमला न तो चौकी की व्यवस्थाओं को चाक चौबंद बनाने में रूचि ले रहा है और न ही वन सुरक्षा के कार्य में। वरिष्ठ अधिकारी यदि समय-समय पर औचक निरीक्षण करते तो वन चौकी गजना अंतर्गत पदस्थ कर्मचारियों की मनमानी उजागर होगी। 

Tags:    

Similar News