पन्ना: रायसेन में आदमखोर बाघ को काबू करेंगे पन्ना टाइगर रिजर्व के हांथी, पन्ना से हाथी के साथ रवाना हुई रेस्क्यू टीम
- रायसेन में आदमखोर बाघ को काबू करेंगे पन्ना टाइगर रिजर्व के हांथी
- पन्ना से हाथी के साथ रवाना हुई रेस्क्यू टीम
डिजिटल डेस्क, पन्ना। रायसेन जिले में एक आदमखोर बाघ द्वारा तेंदूपत्ता तोडने गए बुजुर्ग पर हमला कर उसके आधे शरीर को खा जाने की घटना से क्षेत्र में दहशत फैल गई है। इस भयानक घटना के बाद वन विभाग ने तत्काल क्षेत्र के 36 गांवों में अलर्ट जारी कर दिया है। आदमखोर हो चुके बाघ को पकडने के कई प्रयास किए गए लेकिन वन विभाग अब तक उसे काबू करने में असफल रहा है। इस गंभीर समस्या का समाधान निकालने के लिए अब पन्ना टाइगर रिजर्व के प्रशिक्षित हाथियों की मदद ली जा रही है। मुख्य वन संरक्षक के निर्देश पर पन्ना टाइगर रिजर्व की क्षेत्र संचालक अंजना सुचिता तिर्की के मार्गदर्शन में प्रशिक्षित हाथियों का एक दल रायसेन भेजा जा रहा है। क्षेत्र संचालक अंजना सुचिता तिर्की ने बताया कि बाघ को पकडने के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित हाथियों की टीम भेजी जा रही है। इन हाथियों को बाघों को काबू करने में विशेष रूप से प्रशिक्षित किया गया है और वह इस प्रकार की परिस्थितियों में बहुत प्रभावी साबित होते हैं। पन्ना टाइगर रिजर्व के हाथी पहले भी ऐसे अभियानों में सफल रहे हैं।
जिससे ग्रामीणों को आशा है कि यह टीम भी जल्द ही बाघ को पकडने में कामयाब होगी। रायसेन में पन्ना और बांधवगढ से आने वाली हाथियों की टीम इस आदमखोर बाघ को जल्द से जल्द काबू कर लेगी। जिससे क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल हो सकेगी। वन विभाग की इस त्वरित और सक्रिय पहल से उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही आदमखोर बाघ पर काबू पा लिया जाएगा। इस घटनाक्रम के चलते क्षेत्र के लोग लगातार वन विभाग के संपर्क में हैं और इस ऑपरेशन की हर गतिविधि पर नजर रख रहे हैं। यह घटना वन्यजीव प्रबंधन और ग्रामीण सुरक्षा के बीच सामंजस्य की एक महत्वपूर्ण मिशाल बन सकती है। पन्ना के हांथियों और विशेषज्ञों की टीम बाघ के रेस्क्यू की एक्सपर्ट है। यही कारण है कि पन्ना से टीम को बुलाया गया है।
इनका कहना है
मुख्य वन सरंक्षक द्वारा रायसेन में आदमखोर हो चुके बाघ को रेस्क्यू हेतु पन्ना से हांथियों की टीम चाही गई थी। हांथियों को रवाना कर दिया गया है पन्ना से वन्य प्राणी डॉक्टर भी जायेंगे। एक-दो दिन में रेस्क्यू किया जायेगा।
अंजना सुचिता तिर्की, क्षेत्र संरक्षक पन्ना टाइगर रिजर्व