पन्ना: 8 ब्लैक स्पॉट पर हुई 34 लोगों की मौत, भोपाल में अटकी फाईल, सुरक्षा के नहीं हो रहे इंतेजाम
- 8 ब्लैक स्पॉट पर हुई 34 लोगों की मौत
- भोपाल में अटकी फाईल, सुरक्षा के नहीं हो रहे इंतेजाम
डिजिटल डेस्क, पन्ना। जिले में सडक हादसों का ग्राफ बढ रहा है। जिले में बढते ट्राफिक के चलते हादसों में बढोत्तरी हो रही है। वहीं कुछ ऐसे स्थान भी हैं जहां अक्सर हादसे होते हैं। यातायात पुलिस ने ऐसे 8 स्थानों को सूचीबद्ध कर इन्हें ब्लैक स्पॉट करार दिया है। इन ब्लाक स्पॉट पर विगत 3 वर्षों में 54 सडक हादसे दर्ज हो चुके हैं जिसमें दर्जनों लोग घायल भी हुए। बावजूद इसके इन स्थानों में सुरक्षा के कोई इंतेजाम नहीं हुए हैं। बताया जाता है कि ब्लैक स्पॉट में सुरक्षा इंतेजाम को लेकर भोपाल मुख्यालय में पत्राचार किया गया लेकिन अभी तक यहां सुरक्षा इंतजाम के लिए कोई स्वीकृति नहीं मिली है। इससे पूर्व मई 2024 में इन 8 ब्लैक स्पॉट को लेकर जिला सडक सुरक्षा समिति की बैठक में भी चर्चा की गई थी। जिसमें इन स्थानों में स्पीड ब्रेकर, रम्बल स्ट्रीप, गति सीमा बोर्ड एवं रोड मार्किंग करने की बात तय हुई थी। जिसमें संबधित विभाग कार्यपालन यंत्री नेशनल हाइवे रीवा, संभागीय प्रबंधक एमपीडआरडी सागर, महाप्रबंधक पीएमजीएसवाई पन्ना एवं कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग को कार्य करना था लेकिन वर्तमान स्थिति में इन स्थानों कोई विशेष कार्य नहीं हुए हैं। जिससे हमेशा यहां हादसों की आशंका बनी हुई है।
विदित हो कि नियमानुसार इन ब्लैक स्पॉट को तीन वर्ष में हुए हादसों के आधार पर चिन्हित किया जाता है। पिछले वर्ष तक जिले में 12 ब्लैक स्पॉट थे लेकिन 4 स्पॉट पर कोई हादसे विगत तीन वर्षों में नहीं हुए ऐसे में इन्हें सूची से बाहर कर दिया गया जबकि सूची से बाहर हुए स्पॉट भी खतरनाक है। ऐसे में प्रशासन को चाहिए कि जिले के प्रत्येक दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में सुरक्षा के इंतेजाम किए जाएं। गौरतलब है कि जिले में औद्योगिक विकास के साथ खनिज परिवहन में वाहनों की संख्या में इजाफा हुआ है। जिले में 5 हजार से अधिक वाहन सिर्फ खनिज परिवहन कर रहे हैं। खनिज विभाग में बकायदा 5 हजार वाहन पंजीकृत है इसके अलावा अपंजीकृत वाहनों की संख्या भी बढी है। इतने वाहनों की आवाजाही के साथ ब्लैक स्पॉट चिंता का विषय है। जनप्रतिनिधियों को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए जिससे इन ब्लैक स्पॉट के चलते असमय किसी की जान न जाए।
चिन्हित किए गए ब्लैक स्पॉट
कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच-39 में बहेरा मोड व पुलिया के बीच में, देवेन्द्रनगर थाना क्षेत्र में एनएच-39 पर बडागांव मोड से मुटवा मोड तक, देवेन्द्रनगर थाना क्षेत्र में ही एनएच-39 पर बडवारा मोड से देवेन्द्रनगर, सलेहा थाना क्षेत्र में पटना तमोली मोड से दर्दहाई मोड तक, गुनौर थाना क्षेत्र में बालाजी तिराहा गुनौर, सिमरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत स्टेट हाइवे क्रमांक 49 में रैकरा मोड से सिमरिया दमोह रोड तक, शाहनगर थाना क्षेत्र में स्टेट हाइवे क्रमांक 10 में पुरैना मोड, शाहनगर से कटनी मार्ग एवं रैपुरा थाना क्षेत्र में स्टेट हाइवे क्रमांक 14 में कुआखेडा से गुदरी टेक के मध्य ब्लैक स्पॉट चिंहित किए गए हैं। इन स्थानों पर 500 मीटर की दूरी में 54 सडक हादसे दर्ज हो चुके हैं।
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इनका कहना है
तीन साल में हुए हादसों के आधार पर ब्लैक स्पॉट चिंहित किए जाते हैं। इस आधार पर अभी जिले में 8 स्पॉट चिंहित किए हैं। इन स्थानों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सडक सुरक्षा समिति की बैठक में भी बात हुई है। इन स्थानों के लिए पत्र भी मुख्यालय भेजा गया है अभी भोपाल से कोई स्वीकृति नहीं मिली है।
नीलम लक्षकार, थाना प्रभारी यातायात पन्ना