जोजिला सुरंग बनेगी जम्मू कश्मीर-लद्दाख़ की जीवन रेखा
कश्मीर और लद्दाख का बदलेगी तस्वीर जोजिला सुरंग बनेगी जम्मू कश्मीर-लद्दाख़ की जीवन रेखा
डिजिटल डेस्क, बालटाल। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्रशासित प्रदेश का दर्जा देने के बाद भाजपा यहां अपनी राजनीतिक जमीन को उर्वर बनाने में जुट गई है। इसके लिए मोदी सरकार ने यहां तमाम कल्याणकारी योजनाओं के साथ ही सड़कों और सुरंगों का जाल बिछाने की गति तेज कर दी है। इसी क्रम में केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को जेडमोह और जोजिला सुरंग का निरीक्षण किया। गडकरी ने उम्मीद जताई कि यह सुरंग निर्धारित अवधि से पहले दिसम्बर 2023 में पूरा हो जायेगी। इस सुरंग के तैयार होने के बाद पूरे साल लेह-लद्दाख़ का संपर्क श्रीनगर से बना रहेगा। परियोजनाओं की तैयारी को देखने आए नितिन गडकरी संतुष्ट दिखे। उन्होंने कहा कि उम्मीद नहीं थी कि इतनी तेजी से निर्माण कार्य सम्भव हो पायेगा। इसके लिए उन्होंने मेघा इंजीनियरिंग इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एमईआईएल) और नेशनल हाइवे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) के अधिकारियों और इंजीनियरों की सराहना की। उन्होंने कहा कि जम्मू- कश्मीर में सामाजिक, आर्थिक प्रगति के रास्ते विकास का मार्ग तैयार किया जायेगा। इससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे और विश्व पटल पर जम्मू कश्मीर और लद्दाख़ नए रुप में अपनी पहचान बनाएंगे।
कश्मीर और लद्दाख में बनेंगी 52 सुरंगे
केंद्रीय मंत्री ने इस दौरान जम्मू कश्मीर और लद्दाख़ के विकास की रूपरेखा भी पेश की। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में विकास के लिये कुल 52 सुरंग तैयार की जाएंगी। जम्मू-कश्मीर में 32 और लद्दाख क्षेत्र में 20 सुरंगें बनेंगी। इतना ही नहीं, उन्होंने 6 महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं का भी प्रमुखता से उल्लेख किया। इसमें जम्मू-श्रीनगर, जम्मू-लद्दाख-श्रीनगर, जम्मू-पूंछ, श्रीनगर-सोफिन, सायथन और खिलानी सड़क परियोजना शामिल है। इन परियोजनाओं का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इन पर एक लाख करोड़ रुपये खर्च का अनुमान है। इसके अलावा जम्मू कश्मीर और लद्दाख क्षेत्र के विकास के लिये अगले दो साल में एक लाख करोड़ की धनराशि और खर्च की जायेगी। इस धनराशि का उपयोग विभिन्न सड़क परियोजनाओं पर किया जाएगा। गडकरी ने कहा कि इसके लिये डीपीआर तैयार किया जा रहा है।
जोजिला सुरंग बनेगी जम्मू कश्मीर-लद्दाख़ की जीवन रेखा
केंद्रीय मंत्री ने जोजिला को एशिया की सबसे लंबी और दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग बताया। उन्होंने कहा कि भविष्य में यह सुरंग जम्मू-कश्मीर और लद्दाख़ की जीवनरेखा बनेगी। वाई (y) दिशा में बनी इस सुरंग से पूरे वर्ष वाहनों का आवागमन रहेगा। इससे आर्थिक प्रगति का मार्ग भी सशक्त होगा। साथ ही देश के लिए सामरिक दृष्टि से भी यह सुरंग महत्वपूर्ण साबित होगी। केंद्रीय मंत्री ने जोजिला सुरंग का निर्माण कर रही एमईआईएल की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह कम्पनी अपने हर प्रोजेक्ट को तय समय से पहले पूरा करती है। एमईआईएल के प्रबंध निदेशक (एमडी) कृष्णा रेड्डी की उपस्थिति में गडकरी ने कहा कि जोजिला सुरंग को भी यह कम्पनी तय समय से पहले दिसम्बर, 2023 में पूरा कर लेगी। उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि हमे 2024 में आम चुनाव में जाना है।
अमरनाथ यात्रा को सुगम बनाने बनेगी कार्ययोजना
सरकार अमरनाथ यात्रा को सुगम बनाने की तैयारी में जुट गई है। बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को यात्रा में होने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए गडकरी ने बालटाल से अमरनाथ गुफा तक के मार्ग का हवाई सर्वेक्षण भी किया। इसके लिए उन्होंने आज अमरनाथ यात्रा के मार्ग का सर्वेक्षण किया है। गडकरी ने कहा कि हवाई सर्वेक्षण के बाद उन्होंने नेशनल हाइवे इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) को कहा है कि वह अमरनाथ यात्रा मार्ग को सुगम बनाने के लिए कार्ययोजना तैयार करें।