इलाज में लापरवाही के कारण महिला की मौत, खदान कर्मचारियों ने अस्पताल घेरा
इलाज में लापरवाही के कारण महिला की मौत, खदान कर्मचारियों ने अस्पताल घेरा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। सावनेर के वेकोलि परिसर की खदान में काम करने वाले कामगार की गर्भवती महिला को सावनेर के वेकोलि अस्पताल के डॉक्टरों ने वलनी अस्पताल में रेफर करने से गर्भवती महिला को जान गंवानी पड़ी। इस घटना के बाद सोमवार की शाम वेकोलि अस्पताल में माहौल तनावपूर्ण हो गया। 500 से ज्यादा कामगारों ने अस्पताल को घेरा व वेकोलि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। माहौल बिगड़ते देख पुलिस को बुलाया गया। जहां थानेदार अशोक कोली ने अपने दलबल के साथ मोर्चा संभाला लेकिन, अभी भी परिसर में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
सावनेर के वेकोलि अस्पताल में इलाज की कोई सुविधा नहीं है। मरीज के आने पर उसे तुरंत वेकोलि के अस्पताल में रेफर किया जाता है। वहां भी आपातकालीन दवाखाना न होने से मरीजों को जान गंवानी पड़ती है। ऐसे हादसे एक नहीं अनेक होने की जानकारी खदान कामगारों ने दी। खदान कामगारों का कहना है कि गर्भवती महिला को वेकोलि रेफर न करते हुए निजी अस्पताल में भर्ती करते तो गर्भवती महिला की जान बच जाती। प्राप्त जानकारी के अनुसार वेकोलि के खान क्रमांक 9 में कार्यरत सूरज बभुरे की पत्नी साधना गर्भवती होने से वेकोलि के अस्पताल में दिखाया गया। सावनेर के डॉक्टरों ने उसे 16 अक्टूबर को वेकोलि अस्पताल में रेफर किया था। 17 अक्टूबर को गर्भवती महिला की आपरेशन से प्रसूति की गई। उसने बच्चे को जन्म दिया। महिला को रक्तस्त्राव होता रहा।
रक्तस्त्राव बंद न कहते हुए डॉक्टरों ने उसे छुट्टी दे दी। वह महिला सावनेर के वेकोलि आवास में रहने लगी लेकिन, कुछ दिन बाद महिला की हालत बिगड़ते देख उसे फिर से वेकोलि अस्पताल में भर्ती करने पर डॉक्टरों ने नागपुर के कुणाल अस्पताल में भर्ती किया। जहां 27 अक्टूबर को महिला की मौत हो गई। यह खबर हवा की तरह फैल गई व कामगार वेकोलि अस्पताल प्रशासन के खिलाफ इकट्ठा हो गए। सावनेर से वलनी अस्पताल रेफर करने का सिलसिला कब तक चलेगा। यहीं से सीधे निजी अस्पताल में भर्ती करते तो महिला की जान बच जाती। मरीज की स्थिति को देख सीधे निजी अस्पताल में भेजने की मांग सैकड़ों कर्मचारी व खान कामगार तथा यूनियन के नेताओं ने उपक्षेत्रीय प्रबंधक आरएस सिंह से की है। तनावपूर्ण वातावरण में उपक्षेत्रीय प्रबंधक कर्मचारियों को समझाते रहे। इस पूरे घटना की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई व अशोक कोली ने व्यवस्था संभाली। परिसर में तणावपूर्ण शांति है। शांति बनाए रखने की अपील कोली व आरएस सिंह ने की है।
जनरल मैनेजर बैठक लेने को राजी
आर.एस. सिंह, उपक्षेत्रीय प्रबंधक के मुताबिक इस घटना से वेकोलि प्रशासन व अधिकारी गहरे सदमे में हैं। सावनेर के डॉक्टरों की इसमें गलती नहीं दिख रही है। वलनी के डॉक्टरों को महिला की स्थिति देख उसे डिस्चार्ज न करते हुए निजी अस्पताल में भर्ती कराना चाहिए था। सावनेर के डॉक्टरों को हार्टअटैक माइंस में दुर्घटना अथवा सड़क हादसे में दुर्घटनाग्रस्त मरीजों को सीधे निजी अस्पताल में भर्ती कराया जाता है। वेकोलि का माहौल पूर्ववत हो गया है। इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी जनरल मैनेजर गोखले को दी है। जल्द ही खदान कामगार नेताओं की बैठक लेकर कोई हल निकाला जाएगा।