सर्वसुविधा युक्त बस स्टैंड से वंचित क्यों है मोहन्द्रा
मोहन्द्रा सर्वसुविधा युक्त बस स्टैंड से वंचित क्यों है मोहन्द्रा
डिजिटल डेस्क, मोहन्द्रा । जिले की सबसे बड़ी पंचायतों में से एक मोहन्द्रा सर्व सुविधा युक्त बस स्टैंड से वंचित है। सुनने और लिखने में यह भले ही हास्यपद लगे लेकिन हकीकत यही है कि आसपास के करीब आधा सैकड़ा गांवों का प्रमुख व्यापारिक कस्बा सर्व सुविधा युक्त बस स्टैंड से वंचित है। जबकि मोहन्द्रा की अपेक्षा इससे आबादी और मतदाताओं के लिहाज से आधे गांव में भी वर्षों पूर्व सर्व सुविधा युक्त बस स्टैंड बन गया है। कस्बे की ज्यादातर दुकानदारी किराए के भवनों से संचालित हो रही है। मोटी पगड़ी और तगड़ा किराया देकर स्थानीय दुकानदार बस स्टैंड में व्यापार करने को मजबूर है। जबकि छुटपुट व्यापार करने वाले अधिकांश दुकानदारों का गुजर-.बसर सडक़ किनारे रखी गुमटियों से हो रहा है। अभी सडक़ चौड़ीकरण का काम होने के कारण इन दुकानदारों को यहां से हटाया जा रहा है। जिन दुकानदारों के पास पीछे खाली जगह थी वह तो यहां से हट गए पर जिनके पास जगह नहीं है वह यहां से अपनी दुकान मजबूरी में हटा रहे हैं। ऐसे में सैकड़ों लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो रहा है। ऐसे में इन दुकानदारों को बस स्टैंड और स्थाई दुकानों की कमी खल रही है। चारों तरफ सडक़ के किनारे कम से कम 10 फिट सरकारी जमीन में अतिक्रमण है। मौजूदा मोहन्द्रा बस स्टैंड में अभी जितना मैदान दिखाई दे रहा उससे कहीं ज्यादा में प्रभावशाली लोग कब्जा किये हैं। अगर खुले मैदान का यही अतिक्रमण पूरी ईमानदारी से हट जाए तो हजारों लोगों को स्थाई दुकानें बनवा कर दी जा सकती है। दुकानें हटाए जाने से नाराज दशरथ चौरसिया, कन्हैया लाल सैनी, नीरज चौरसिया ने कहा कि कचरा घर बन चुके तालाब में पानी की आवक का कोई साधन नहीं है। अभी तालाब के अगल-बगल में कब्जा है। अतिक्रमणकारियों की नजर इस सूख चुके तालाब में लगी है। हर दिन यहां अतिक्रमण भी बढ़ रहा है वह दिन दूर नहीं जब पूरी तलैया अतिक्रमणकारियों के चपेट में होगी।