एलोर्डा कप बॉक्सिंग में अल्फिया का स्वर्णिम मुक्का
शाबास एलोर्डा कप बॉक्सिंग में अल्फिया का स्वर्णिम मुक्का
डिजिटल डेस्क, नागपुर. उपराजधानी की अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज अल्फिया पठान ने एलोर्डा कप बॉक्सिंग चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक पर कब्जा जमा लिया है। कजाखस्तान की राजधानी नूर-सुल्तान में आयोजित स्पर्धा के 81+ वजन वर्ग में अल्फिया ने पूर्व विश्व चैंपियन और खिताब की प्रबल दावेदार लज्जात कुंगेईबाएवा की कड़ी चुनौती को 5-0 से बड़ी आसानी से थाम लिया। भारत की गीतिका ने भी स्वर्ण पदक जीत लिया, जबकि जमुना बोरो और कलाईवानी श्रीनिवासन ने रजत पदक पर कब्जा जमाया। भारत ने स्पर्धा में कुल 14 पदक अपने नाम किए। दूसरी ओर गीतिका ने 48 किलो वजन वर्ग के निर्णायक मुकाबले को 4-1 से जीतकर भारत काे दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया। हालांकि गीतिका का फाइनल में भारतीय प्रतिद्वंद्वी कलाईवानी से ही भिड़ंत हुई।
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन : यह पहला अवसर है जबकि अल्फिया ने सीनियर वर्ग में हिस्सा लेते हुए स्वर्ण पदक हासिल किया। अल्फिया को पुरस्कार में स्वर्ण पदक के साथ 700 अमेरिकी डॉलर भी मिले।
शानदार समापन : अंतिम दिन दो स्वर्ण और इतने ही रजत पदक जीतने के साथ भारतीय दल ने टूर्नामेंट के उद्घाटन संस्करण में 10 कांस्य सहित कुल 14 पदकों के साथ अपने अभियान का समापन किया। महिला मुक्केबाजों ने टूर्नामेंट में 2 स्वर्ण, 2 रजत, 6 कांस्य पदक हासिल किए। ज्योति गुलिया (52 किग्रा), साक्षी (54 किग्रा), सोनिया लाठेर (57 किग्रा), नीमा (63 किग्रा), ललिता (70 किग्रा) और बबीता बिष्ट (81 किग्रा) महिला वर्ग में कांस्य पदक विजेता रहीं। पुरुषों में कुलदीप कुमार (48 किग्रा), अनंत चोपडे (54 किग्रा), सचिन (57 किग्रा) और जुगनू (92 किग्रा) ने कांस्य पदक जीते।
‘देश के लिए स्वर्ण पदक जीतना शानदार अनुभव’ : अल्फिया ने कहा कि यह एक शानदार अहसास है। मैंने पूर्व विश्व चैंपियन को शिकस्त देकर पीला तमगा जीता है, जो इस सफलता को और भी खास बना दिया है। मुझे खुशी है, मैं यहां से स्वर्ण पदक के साथ स्वदेश लौट रही हूं।