ढह सकता है जर्जर अस्पताल भवन, पेड़ के नीचे बैठकर डॉक्टर कर रहे इलाज
ढह सकता है जर्जर अस्पताल भवन, पेड़ के नीचे बैठकर डॉक्टर कर रहे इलाज
डिजिटल डेस्क, छतरपुर। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खडेहा का भवन जीर्ण शीर्ण होने से अस्पताल पहुचने वाले मरीज प्रवेश करने में डर रहे है । मरीजो को यह भय रहता है कि भवन किसी भी समय धराशाई हो सकता है । मरीजों के अस्पताल भवन के अंदर न जाने के कारण यहां पदस्थ डॉक्टर आलोक चौरासिया को मजबूरन परिसर के बगल में स्थित तालाब के बंधान पर बैठकर मरीजों का इलाज करना पड़ रहा है। मजे की बात यह है कि भवन सुधार के नाम पर कई बार राशि खर्च की गई लेकिन मौके पर एक रुपये का कार्य नही कराया गया।भवन की दिवारें जगह जगह चटकी है लेन्टर से पानी टपक रहा है चालू वित्त वर्ष में भी अस्पताल मेंटिनेंस के नाम आरकेएस खाते से 82 हजार रुपये राशि खर्च कर दी गई लेकिन मौके पर कोई कार्य नहीं कराया गया ।
टीकाकरण दस्तक अभियान का कार्य प्रभावित
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खडेहा क्षेत्र में पदस्थ एएनएम मीना अहिरवार द्वारा बगैर सूचना के बीते दो माह से गायब होने की स्थिति में क्षेत्र में टीकाकरण सहित शासन द्वारा चलाये गए दस्तक अभियान का कार्य न के बराबर हुआ । कलेक्टर की सख्ती के बाद बीएमओ ने अन्य स्टाप को लगाकर दस्तक अभियान के कार्य मे मामूली वृद्धि हुई।
अस्पताल में डिलेवरी की सुविधा नही
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खडेहा में पदस्थ स्टाप की कमी के चलते डिलेवरी पॉइंट हटा दिया गया है यहाँ स्टाप नर्स एएनएम फार्मशिस्ट सुपरवाइजर के पद खाली है । प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खडेहा अस्पताल के अंतर्गत करीब 32 गावों के लोगो के इलाज की जिम्मेदारी है।
इनका कहना है
राशि खर्च होने के बाद भी अस्पताल में कार्य नही कराया गया । यह जांच का विषय है यह मामला अभी सज्ञान में आया है मौके पर पहुचकर मामले की जांच करता हूं।
- एस प्रजापति बीएमओ गौरिहार