रेलवे स्टेशन के नए टिकट घर की हालत खस्ता, तीन साल के भीतर ही छत से शुरू हुआ पानी का लीकेज
वर्धा रेलवे स्टेशन के नए टिकट घर की हालत खस्ता, तीन साल के भीतर ही छत से शुरू हुआ पानी का लीकेज
डिजिटल डेस्क, वर्धा. शहर में वर्धा रेलवे स्टेशन के नए टिकट घर की छत अल्प समय में ही खराब होने के कारण छत से पानी टपकने लगा है। जिसके चलते तीन साल पहले निर्माण किए गए नए टिकट घर के निर्माणकार्य पर सवाल उठ रहा है। वहीं मरम्मत का कार्य शुरू नहीं किए जाने के कारण नागरिकों को परेशानी हो रही है। बता दें कि, वर्धा रेलवे स्टेशन के पुराने टिकट घर की हालत खस्ता होने के कारण नए टिकट घर का निर्माण 2018 में किया गया था, लेकिन इसकी शुरुआत 2019 में हुई। बीच में कोरोनासंकट के चलते अनेक गाड़ियां रद्द हुई। जिसके चलते नागरिकों का अवागमन कम था, लेकिन कोरोना मामले में कमी आनेपर गाड़ियों को पूर्व की तरह शुरू किया गया। इसके चलते नागरिकों का पहले की तरह आवागमन शुरू हो गया, लेकिन वर्धा शहर के नवीनतम टिकट घर की छत से अल्प अवधि में ही पानी टपकने के कारण किए गए निर्माणकार्य पर प्रश्नचिह्न लग रहा है। वहीं टिकट घर की छत गलने के कारण अनेक नागरिकों के मन में डर बना हुआ है। जिसके चलते रेलवे विभाग द्वारा छत की समस्या का निराकरण किया जा रहा था, लेकिन पिछले कुछ महीने से मरम्मत का कार्य बंद होने से समस्या जस के तस है। जिसके कारण नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वर्धा रेलवे स्टेशन के नए टिकट घर में दिव्यांगों के लिए अलग से मार्ग बनाया गया है, लेकिन नए टिकट घर की छत गिरने के कारण कई महीने से उसकी मरम्मत का कार्य शुरू होने से दिव्यांग नागरिकों के आवागमन का दरवाजा बंद है। जिसके चलते दिव्यांग नागरिकों को सीढ़ियों से चढ़कर अंदर प्रवेश करना पड़ रहा है।
एक से डेढ़ महीने में कार्य होगा पूरा
अरुण भोले, आय.ओ.डब्ल्यू, इंजीनियर, रेलवे स्टेशन के मुताबिक नए टिकट घर की छत खराब होने से पानी टपकने लगा था और छत का कुछ हिस्सा जो गिरने वाला था उसे गिराया गया। जिसके चलते छत की मरम्मत का कार्य एक से डेढ़ महीने में पूरा किया जाएगा।