28 फीसदी मतदाताओं के वोटर कार्ड आधार से हुए लिंक

नागपुर 28 फीसदी मतदाताओं के वोटर कार्ड आधार से हुए लिंक

Bhaskar Hindi
Update: 2022-11-28 14:35 GMT
28 फीसदी मतदाताओं के वोटर कार्ड आधार से हुए लिंक

डिजिटल डेस्क, नागपुर. देश भर में फर्जी मतदान को रोकने और स्पष्ट मतदाता सूची तैयार करने के लिए विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। इस अभियान में वोटर कार्ड को आधार से लिंक करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। देशभर के साथ ही राज्य में भी अभियान को जोर-शोर से चलाया जा रहा है। उपराजधानी में अभियान में करीब 28 फीसदी यानी करीब 11.50 लाख वोटरों ने अपने वोटर कार्ड को आधार से लिंक करा लिया है। इस प्रक्रिया में दोहरे नाम वाले करीब 98,367 मतदाताओं की पहचान हुई है। ऐसे में अब जिले में कुल 40,65,000 मतदाताओं को अधिकृत माना जा रहा है। साल 2019 में मतदाताओं की संख्या 41,63,367 थी। जिला निर्वाचन कक्ष की ओर से नागरिकों से वोटर कार्ड को आधार कार्ड से लिंक कराने का आह्वान किया जा रहा है।    

साल 2019 में 4,55,453 मतदाता बढ़े

4 साल में जिले के मतदाताओं की संख्या में कटौती देखी गई है। इसकी वजह यह है कि वोटर कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने की प्रक्रिया में दोहरे क्षेत्र में नाम दर्ज मतदाताओं के नाम कम हुए हैं। कई मतदाताओं के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की दोनों मतदाता सूची में नाम दर्ज थे। ऐसे में अब एक मतदान सूची में नाम आधिकारिक रूप में दर्ज हो गए हैं। साल 2014 में जिले में 37,07,914 मतदाताओं की सूची तैयार हुई थी। इसमें से 17 लाख 76 हजार 337 महिला मतदाताओं और 19 लाख 28 हजार 286 पुरुष मतदाता थे, जबकि  तृतीयपंथी मतदाओं की संख्या 53 थी। पांच वर्ष बाद 2019 में महिला मतदाताओं की संख्या बढ़कर 20 लाख 32 हजार 118 और पुरुष मतदाता 21 लाख 31 हजार 149 हो गए थे। वहीं तृतीयपंथी मतदाताओं की संख्या भी बढ़कर 100 हो गई।

फर्जी वोटिंग रोकने के लिए निर्वाचन आयोग ने वोटर आईडी को आधार कार्ड से लिंक करने की अनिवार्यता की है। इस प्रक्रिया के पूरे होने पर चुनाव में फर्जी वोटिंग के मामलों पर लगाम कसने की संभावना जताई जा रही है। दोनों कार्ड को लिंक करने के  लिए केंद्र और राज्य सरकार ने विशेष अभियान भी चलाया है। आधार से वोटर कार्ड लिंक होने से मतदाता को भी सुविधा होगी। कई बार एक से ज्यादा क्षेत्र में मतदाता का नाम रजिस्ट्रेशन होने से दिक्कत होती है। यहीं नहीं कई बार मतदान भी नहीं कर पाते हैं। दोनों कार्ड के लिंक होने से एक फोटो-आधारित मतदाता सूची तैयार होगी।

दोनों कार्ड को लिंक करने से लाभ

जल्द से जल्द लिंक करें मतदान पहचान पत्र
मतदाता पहचान पत्र को आधार कार्ड से लिंक करने की अनिवार्यता की गई है। इस प्रक्रिया में आधार की स्पष्ट संख्या के साथ ही एक से अधिक स्थानों पर नाम दर्ज होने की जानकारी भी मिल सकेगी। इस प्रक्रिया को पालन कर मतदाताओं ने जल्द से जल्द आधार कार्ड से मतदाता पहचान पत्र को लिंक करना चाहिए।
- राहुल सारंग, प्रभारी तहसीलदार, निर्वाचन कक्ष
 

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