ध्वजारोहण और प्रार्थना से हुई विजयादशमी - शस्त्रपूजन उत्सव की शुरुआत
मलकापुर ध्वजारोहण और प्रार्थना से हुई विजयादशमी - शस्त्रपूजन उत्सव की शुरुआत
डिजिटल डेस्क, मलकापुर. नगर का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विजयादशमी तथा शस्त्रपूजन उत्सव शुक्रवार को डॉ. हेडगेवार सभागृह के सामने स्थित मैदान पर बड़े सोत्साह में संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता विश्व हिंदू परिषद के विदर्भ प्रांत मंत्री गोविंद शेंडे यह थें तथा प्रमुख अतिथि के तौर पर सेवानिवृत्त मेजर नामदेवराव पाटिल तथा मंच पर तहसील संघचालक विनायक पाटील तथा नगर संघचालक दामोदर लखानी प्रमुखता से उपस्थित थें। कार्यक्रम की शुरूवात ध्वजारोहण एवं प्रार्थना से की गई। पश्चात प्रमुख वक्ता एवं अतिथि के हाथों शस्त्रपूजन किया गया। इस समय नगर के स्वयंसेवकों ने सूर्यनमस्कार, मनोरे, प्रगत दंड ऐसे विविध नेत्रदीपक प्रात्यक्षिक का प्रस्तुतीकरण किया। कार्यक्रम का प्रास्ताविक अतिथियों का परिचय तथा आभार प्रदर्शन तहसील संघ चालक विनायकराव पाटील ने किया। पश्चात प्रमुख अतिथि नामदेवराव पाटील ने अपना मंतव्य व्यक्त करते कहा कि, संघ में तीन बात महत्त्वपूर्ण हैं, देशभक्ति, बंधुप्रेम एवं अनुशासनता का पालन एवं समजऋन फेडने के लिए नागरिको ने संघ से जुड़ना आवश्यक हैं। उसी तरह «अग्निवीर» इस महत्त्वपूर्ण योजना में युवाओं ने बड़े पैमाने पर शामिल होकर देश कार्य करें, ऐसा आवाहन उन्होंने इस अवसर पर किया। इस अवसर पर प्रमुख वक्ता गोविंद शेंडे अपने उद्बोधन में कहा, विजयादशमी के पवित्र पावन पर्व पर १९२५ में संघ की स्थापना प.पु. डॉ. हेडगेवार ने की।
हिंदुत्व यही राष्ट्रीयत्व हैं, यही संघ की भावना हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को २०२५ में १०० साल पुरे हो रहे हैं। संघ के शताब्दी साल में गांव जहां शाखा स्थापन करें, यह कार्य करने के लिए समाज को संघटित करने का कार्य राष्ट्रीय संघ कर रहा हैं, ऐसा प्रतिपादन उन्होंने किया। इस समय सांघिक गीत राजेंद्र पांडे ने तो वैयक्तिक गित का गायन भरत देशमुख ने किया। संस्कृत सुभाषित आशिष महाजन ने तो अमृतवचन सूरजजी परदेसी ने पेश किए। इस कार्यक्रम का मुख्य शिक्षक पंकजी शुक्ल ने काम देखा। इस कार्यक्रम को नगर के प्रतिष्ठित नागरिक तथा माता-भगिनी एवं स्वयंसेवक बड़े पैमाने पर उपस्थित थे।