मामा-भांजे ने रचा हत्या का षड़यंत्र
वारदात मामा-भांजे ने रचा हत्या का षड़यंत्र
डिजिटल डेस्क, आष्टी शहीद। शहर के नई आष्टी परिसर निवासी जगदीश देशमुख को मारपीट करने के पश्चात गला रेतकर उसकी हत्या की गई थी। इसके बाद शव बोरे में भरकर सड़क पर फेंका गया था। शुक्रवार को घटित इस हत्याकांड में आरोपी दीपाली देशमुख, शुभम जाधव व उन्हें सहायता करनेवाला तीसरा आरोपी विजय माने को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया हैं। शनिवार को इन तीनों आरोपियों को न्यायालय में पेश करने पर 11 फरवरी तक पुलिस रिमांड दिया गया है। जानकारी के अनुसार मृतक जगदीश देशमुख (35) के शुभम जाधव के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध थे। शुभम हमेशा जगदीश को मिलने के बहाने उसके घर आकर उसकी पत्नी के पास आने की कोशिश कर रहा था। कुछ दिनों बाद दोनों के बीच प्रेम संबंध स्थापित हुए। इसके कारण शुभम व जगदीश के बीच विवाद होता था। इसकी भनक जगदीश की मां को लगी थी। उन्होंने इसकी जानकारी जगदीश की बहन को दी थी। इसके कारण पुलिस में शिकायत करने की बात की जा रही थी। इसी बीच जगदीश की मां का स्वास्थ खराब हो गया और उसने बिस्तर पकड़ लिया। इसी का लाभ उठाकर उसकी पत्नी दीपाली, प्रेमी शुभम जाधव ने जगदीश को मौत के घाट उतारने का षड़यंत्र रचा था। शुभम ने अपने भांजे विजय माने को भी इसमें शामिल किया। प्लानिंग के अनुसार 3 फरवरी की देर रात जगदीश की हत्या की गई। विजय माने ने दी जानकारी के अनुसार मृतक जगदीश की हत्या कर शव अपर वर्धा बांध में फेंकने की योजना थी।
हत्या करने के बाद मृतक जगदीश का शव बोरे में भरकर अपर वर्धा बांध की ओर मामा व भांजे व दीपाली जा रहे थे। लेकिन उस परिसर में पुलिस गश्त लगा रही थी। इसके कारण जगदीश का शव रास्ते पर फेंकने के अलावा उनके पास विकल्प नहीं था। शव रास्ते पर फेंककर तीनों छिपकर बैठकर पुलिस के निकल जाने का इंतजार कर रहे थे। कुछ समय बाद दिन निकलने के कारण घूमने निकले नागरिकों को खून से सना बोरा रास्ते किनारे पड़ा दिखाई दिया। जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहंुची। मृतक की पहचान होने पर पत्नी दीपाली आक्रोश करते वहां पहुंची। फॉरेंन्सिक विभाग की टीम घटनास्थल की जांच करने पर संदिग्ध सामग्री हाथ लगी। पत्नी दीपाली को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर उसने हत्या करने की बात कबूल की। प्रेमी शुभम जाधव का नाम सामने आते ही उसे भी गिरफ्तार किया गया। साथ ही हत्या करने के बाद शव को अपर वर्धा बांध में फेंकने की सलाह विजय माने ने दी थी। पुलिस ने तीसरे आरोपी के रूप में उसे भी गिरफ्तार किया है। इस प्रकरण के तीनों आरोपियों को आष्टी न्यायालय में हाजिर करने पर 11 फरवरी तक सात दिन का पीसीआर दिया गया है।
हत्या के समय मृतक जगदीश का चार वर्षीय लडका घर में ही था। जबकि 8 वर्षीय लड़की नानी के गांव गई थी। इस घटना के कारण परिसर में भय का माहौल निर्माण हो गया हैं। थानेदार लोकरे के मार्गदर्शन में गजानन वडोरकर, शेख नबी व अन्य मामले की जांच कर रहे हैं।