देश की एकता का संदेश देगी तिरंगा यात्रा-गौरीशंकर बिसेन
आजादी के अमृत महोत्सव पर बालाघाट से निकली तिरंगा यात्रा देश की एकता का संदेश देगी तिरंगा यात्रा-गौरीशंकर बिसेन
डिजिटल डेस्क बालाघाट। देश है पुकारता, पुकारती मां भारती..। के भाव को लेकर राष्ट्रप्रेम का जागरण करने की मंशा से जादी के अमृत महोत्सव पर तिरंगा यात्रा 7 नवंबर को बालाघाट से कच्छ (गुजरात) के लिए रवाना हुई। मां फाउंडेशन अध्यक्ष राकेश सेवईवार और श्रीमती सुनीता राकेश सेवईवार के नेतृत्व में निकली इस तिरंगा यात्रा को पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने तिरंगा देकर यात्रा को रवाना किया।
इससे पूर्व हनुमान चौक पर आयोजित मंचीय कार्यक्रम में आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश की जनता से आजादी का अमृत महोत्सव मनाने का आह्रवान किया था। मजबूत राष्ट्र की दिशा में देश की एकता और अखंडता को अक्षुण्ण रहे, इस भाव से देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। इस अमृत महोत्सव पर बालाघाट से जा रही यह तिरंगा यात्रा जिस भी राज्यों से होकर गुजरेगी, वहां देश की एकता और अखंडता का संदेश देगी। उन्होंने कहा कि जहां-जहां से भी तिरंगा यात्रा निकले, वह इस यात्रा को सम्मान मिले, यह हमारा प्रयास होगा।
उन्होंनें बताया कि यह तिरंगा यात्रा बालाघाट से प्रारंभ होकर कच्छ (गुजरात) तक जायेगी। इस दौरान तिरंगा यात्रा ओंमकारेश्वर, केवडिय़ा, पावागढ़, मूल द्धारिका, सोमनाथ, पोरबंदर, नागेश्वर, चोटिला, भुज, कच्छ पहुंचेगी। जहां बॉर्डर पर तिरंगा यात्रा का संदेश देकर यात्रा दमनद्धिप, अंबाजी, कोटेश्वर महादेव, माउंटआबू, गांधीनगर, डकोरजी और उज्जैन होते हुए 18 नवंबर को बालाघाट पहुंचेगी।
उन्होंने बताया कि इस तिरंगा यात्रा में जिले से 40 लोग शामिल हो रहे है, जो जहां-जहां से तिरंगा यात्रा गुजरेगी, वह राष्ट्रप्रेम का संदेश देंगे। गौरतलब हो कि जिले से यह तिरंगा यात्रा दूसरी बार निकाली जा रही है, इससे पूर्व बालाघाट से नेपाल तक तिरंगा यात्रा निकाली गई थी। जिसके बाद कोविड के कारण यह यात्रा सुरक्षा की दृष्टि से नहीं हो सकी थी। जो इस वर्ष दूसरी बार फिर तिरंगा यात्रा के रूप में निकाली गई है।