टीकमगढ़ - वन अमले के हाथ नहीं लगा तेंदुआ, तलाश तेज पन्ना से आए रेस्क्यू दल ने डाला डेरा
टीकमगढ़ - वन अमले के हाथ नहीं लगा तेंदुआ, तलाश तेज पन्ना से आए रेस्क्यू दल ने डाला डेरा
डिजिटल डेस्क टीकमगढ़ । पलेरा क्षेत्र में स्थित ग्राम टौरी में सोमवार को रेंजर सहित चार लोगों को घायल करने वाले तेंदुए का मंगलवार को सुराग नहीं लग सका है। यहां पन्ना नेशनल पार्क से आए रेस्क्यू दल ने डेरा डाल लिया है, लेकिन माना जा रहा है कि तेंदुआ रात में ही यहां से निकल गया।
मंगलवार की सुबह वन विभाग के डीएफओ एपीएस सेंगर टौरी गांव पहुंचे। वहां पर उन्होंने वन अमले से तेंदुए के लोकेशन के बारे में जानकारी ली और ग्रामीणों से भी चर्चा की। उन्होंने ग्रामीणों को सतर्क रहने एवं खुले में नहीं जाने की अपील की। तेंदुए के रेस्क्यू के लिए पन्ना टाइगर रिजर्व से आए 12 सदस्यीय दल ने यहां पर पिंजरा व अन्य रेस्क्यू सामान के साथ गांव में डेरा डाल रखा है। तहसीलदार पलेरा कमलेश सिंह कुशवाह एवं थाना प्रभारी पलेरा अमित साहू ने भी टौरी, लिधौरा गांवों में जाकर तेंदुए के बारे में जानकारी ली और ग्रामीणों से अलर्ट रहने को कहा। उल्लेखनीय है कि टौरी गांव के नजदीक ही कुछ क्षेत्रफल में घना जंगल है। तेंदुआ रात्रि में उसी जंगल में छिपने की आशंका जताई जा रही है। डीएफओ एपीएस सेंगर ने बताया कि तेंदुआ बीती रात्रि में समीप के जंगल की ओर चला गया है। वन अमला लगातार निगरानी रखे हुए है। अगर कहीं भी तेंदुए के होने के संबंध में जानकारी मिलती है तो उनकी टीम वहां मौजूद रहेगी। तेंदुए के द्वारा चार लोगों को घायल करने के कारण आसपास के कई गांवों में दहशत का माहौल बना हुआ है। टौरी के अलावा क्षेत्र लिधौरा, महेन्द्र महेबा, बूदौर, बसतगुवां, पूछा गांवों के लोगों में खूंखार तेंदुए को लेकर भय है। ग्रामीण रात्रि के समय अपने घरों में लाठी-डंडों से लैस होकर रतजगा करने कर रहे हैं।