रेलवे पटरी पर गर्दन रखकर लेटी थी महिला -पैनल बिगडऩे से बची जान
जाको राखे सांईया मार सके न कोय, रेलवे पटरी पर गर्दन रखकर लेटी थी महिला -पैनल बिगडऩे से बची जान
डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा/सौंसर। जाको राखे सांईया मार सके न कोय, यह कहावत एक बुजुर्ग महिला पर सही साबित हुई। रेलवे का पैनल खराब नहीं होता तो प्लेटफार्म से कुछ दूरी पर 65 साल की वृद्ध महिला की ट्रेन की चपेट में आने से मृत्यु हो जाती। सामाजिक संगठन ने परिजनों को खोजकर बुजुर्ग महिला को रेलवे पुलिस की उपस्थिति में सौंपा। रेलवे पुलिस थाना सौंसर के इंचार्ज एसआई महेश सिंह ने बताया कि एक वृद्ध महिला प्लेटफार्म से एक किमी की दूरी पर रेलवे पटरी पर गर्दन रखकर लेटी हुई मिली। सुबह 9.30 बजे इतवारी से छिंदवाड़ा जाने वाली ट्रेन प्लेटफार्म से छूटने वाली थी कि पटरी के पैनल में तकनीकी गड़बड़ी आ गई। स्टेशन कर्मचारी पैनल ठीक करने पहुंचा तो वृद्ध महिला को पटरी पर लेटे हुए देखा और स्टेशन मास्टर को सूचना दी। रेलवे कर्मचारी ने महिला को वहां से हटाकर स्टेशन लेकर आया। महिला कुछ बोलने की स्थिति में नहीं थी। सामाजिक संस्था प्रयास के माध्यम से महिला को बेलगांव स्थित महिला आश्रम पहुंचाया। सामाजिक कार्यकर्ता प्रदीप कलसकर ने बताया कि महिला की पहचान पंधराखेड़ी निवासी इंदिराबाई पाठे के रूप में हुई है। महिला यहां कैसे और क्यों पहुंची, स्पष्ट नहीं हो पाया है। रेलवे पुलिस के अनुसार महिला अपनी बेटी के पास नागपुर में रहती थी, तीन दिन से घर से लापता थी। शाम को परिजन महिला को साथ लेकर गए।