रेल की पटरी पर बकरियों को बचाने गए ग्रामीण की इंजन से कटकर मौत
रेल की पटरी पर बकरियों को बचाने गए ग्रामीण की इंजन से कटकर मौत
डिजिटल डेस्क छतरपुर । सिंहपुर-डुमरा रेलवे स्टेशन के पास रेल पटरियों में चर रही बकरियों को बचाने के चक्कर में एक 50 वर्षीय ग्रामीण की पटरी चेक करने वाली आरवीएमबी मशीन के इंजन की चपेट में आने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सोमवार दोपहर 12 बजे के आसपास सिंहपुर निवासी गोपी साहू रोज की तरह बकरियां चरा रहा था। उसकी बकरियां जब चरते हुए रेल पटरी के पास पहुंच गई उसी समय पटरी चेक करने वाली मशीन गुजरी मशीन को देखकर गोपी बकरियों को पटरी से अलग करने के लिए दौड़ा तभी तेज रफ्तार इंजन लगी मशीन पहुंच गई और वह उसकी चपेट में आ गया। इससे उसकी मौत हो गई। साथ ही आधा दर्जन बकरियां भी कट गई।
मशीन चालक की लापरवाही से हुआ हादसा
स्थानीय लोगों का कहना है कि पटरी चेक करने वाली मशीन चालक की लापरवाही से हादसा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि मशीन चालक निर्धारित स्पीड से तेज मशीन को चला रहा था। बताया जा रहा है कि मशीन की गति 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा निर्धारित है, लेकिन मशीन चालक 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चला रहा था। जिस समय हादसा हुआ, उस समय मशीन चालक ने हॉर्न भी नहीं बजाया और कोहरा होने से ग्रामीण देख नहीं पाया।
7 बकरियों को भी रौंदा
पटरी का निरीक्षण करने वाली मशीन ने ग्रामीण के साथ उसकी 7 बकरियों को भी मौत के घाट उतार दिया। हादसे की सूचना मिलने के बाद मौके पर बड़ी संख्या में गांव के लोग एकत्र हो गए थे। वहीं महाराजपुर पुलिस भी मौके पर पहुंची। महाराजपुर पुलिस का कहना है कि मामला रेलवे से जुड़ा है, लिहाजा आगे की कार्रवाई आरपीएफ और जीआरपी द्वारा की जाएगी।
सुरक्षा के नहीं हंै इंतजाम
जिस जगह पर हादसा हुआ, वहां पर पटरियों के दोनों तरफ बसाहट है। लेकिन पटरियों के किनारे लोगों की सुरक्षा के लिए कोई खास इंतजाम न होने की वजह से आए दिन हादसे का शिकार हो रहे है। डुमरा स्टेशन मास्टर आरके कुशवाहा का कहना है कि जिस मशीन से हादसा हुआ वह मशीन 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी। जबकि मशीन को किस स्पीड से चलना चाहिए, इस बारे में इंजीनियर बता सकते हैं।