नगर पालिका द्वारा हटाए जाने पर बनी तनाव की स्थिति , पुलिस के समझाने के बाद मामला हुआ शांत
घंटाघर पर धर्म विशेष के झंडे नगर पालिका द्वारा हटाए जाने पर बनी तनाव की स्थिति , पुलिस के समझाने के बाद मामला हुआ शांत
डिजिटल डेस्क दमोह। यहां घंटाघर पर मुस्लिम धर्मावलंबियों द्वारा लगाए गए झंडे नगर पालिका द्वारा निकाल दिए जाने का समाज के लोगों द्वारा विरोध किया जाने लगा और कुछ देर के लिए स्थिति तनावपूर्ण बन गई किंतु ज्यों ही पुलिस एवं नगर पालिका द्वारा नियमों का हवाला दिया गया विरोध करने वालों के तेवर ढ़ीले पड़ गए और पुलिस और नगर पालिका के कर्मचारियों द्वारा शांति के साथ अपना काम निपटा दिया गया । इस संबंध में बताया गया है कि मुहर्रम के पहले मुस्लिम समाज द्वारा शहर में झंडे-झंडियां लगाई जा रही हैं। इसी के तहत घंटाघर के ऊपर झंडे लगाए जा रहे थे। लेकिन शिकायत होने पर नगरपालिका के कर्मचारी इसे रोकने के लिए पहुंच गए और इसी बात को लेकर बहस की स्थिति बन गई। बाद में पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा। समझाइश के बाद सभी लोग झंडे लेकर वहां से चले गए।
मामला बुधवार की दोपहर का है। जब मुस्लिम युवाओं द्वारा घंटाघर के ऊपर चढ़कर इस्लामिक झंडे लगाए जा रहे थे। इस दौरान पुराने लगे कुछ झंडे हटाए भी जा रहे थे। इसकी किसी व्यक्ति द्वारा नगरपालिका से शिकायत करते हुए आपत्ति व्यक्त की। जिस पर सीएमओ के निर्देश पर नगरपालिका का अमला घंटाघर पर पहुंचा और शासकीय संपत्ति से झंडा हटाने के लिए कहा। जिस पर मुस्लिम समाज के कुछ अन्य नेता भी जमा हो गए और बहस की स्थिति बन गई। मुस्लिम युवाओं को कहना था कि यहां अन्य वर्गों के झंडे भी लगाए जाते रहे है, फिर हमारे झंडे को लेकर आपत्ति क्यों है। जिस पर नगपालिका ने कहा कि यह शासकीय संपत्ति है, यहां किसी भी धर्म विशेष का झंडा नहीं लगाया जाएगा। इस पर बहस की स्थिति बनने पर जानकारी कोतवाली पुलिस को दी गई।
मौके पर पहुंचे टीआई सत्येंद्र सिंह सहित अन्य ने मुस्लिम युवाओं को समझाइश दी। साथ ही जबरदस्ती करने पर सख्ती बरतने की बात कही। इसके बाद युवा घंटाघर से झंडा आदि लेकर चले गए। नगरपालिका सीएमओ निशिकांत शुक्ला ने शासकीय संपत्ति पर किसी भी प्रकार के झंडे, प्रचार सामग्री आदि लगाने न लगाने के पोस्टर भी चस्पा कराने की बात कही है।