मेहमान हाथियों के प्रवेश करते ही बज उठेगा सायरन
मेहमान हाथियों के प्रवेश करते ही बज उठेगा सायरन
डिजिटल डेस्क सीधी। संजय टाइगर रिजर्व में बाहर से आने वाले मेहमान हाथियों के प्रवेश करते ही सायरन बज उठेगा। इसके लिए बंगाल की एक कंपनी ने वॉर्डर पर जानकारी उपलब्ध कराने के लिए यंत्र लगा दिया है। यंत्र के सौ मीटर इर्द-गिर्द से अगर हाथी निकला तो जिला मुख्यालय में बैठे अधिकारियों तक को भनक लग जाएगी। यह व्यवस्था मेहमान हाथियों द्वारा पहुँचाए जा रहे नुकसान से बचने के लिए बनायी गई है।
ज्ञात हो कि टाइगर रिजर्व में हर वर्ष पड़ोस के छत्तीसगढ़ प्रांत से हाथियों का झुंड पहुंचता है। यहां पहुंचने वाले हाथियों का समूह जंगल समेत आसपास के इलाको में कभी-कभी तो तबाही का कारण बन जाते हैं। अक्सर ग्रामीणों के आवास और फसल को नुकसान पहुंचाने पर विभाग को फजीहत का सामना करना पड़ता है। बाहर से आने वाले मेहमान हाथियों का समूह यदि शांतिपूर्वक टाइगर रिजर्व क्षेत्र में रहे तो कोई समस्या नहीं पर जब यही हाथियों का झुंड नुकसान करने पर उतर आता है तो विभाग को भी नियंत्रित करने में समस्या होने लगती है। हाथियों के कारण होने वाली समस्या से निजात पाने छत्तीसगढ़ के बार्डर के अलावा तीन अन्य चिन्हित स्थानों पर यंत्र लगाने का काम किया गया है। बताया जाता है कि कोलकत्ता के शेज फाउंडेशन द्वारा पोड़ी रेंज के चार स्थानों को चिन्हित कर यंत्र लगा दिया गया है।
हाथियों से परेशान आसपास के रहवासी-
संजय टाइगर रिजर्व में हाथियों का समूह हर वर्ष छत्तीसगढ़ के गुरूघासीदास राष्ट्रीय उद्यान से होकर पहुंचता है। गुरूघासीदास उद्यान संजय टाइगर रिजर्व से लगा हुआ है। अक्सर उड़ीसा से प्रस्थान कर छत्तीसगढ़ आने वाली हाथी इसी पार्क से होकर संजय टाइगर रिजर्व पहुंच जाती हैं और फिर महीनों तक यहीं के होकर रह जाती हैं। हाथियों के रहने पर विभाग भले ही उनके भोजन आदि की व्यवस्था करता हो पर उत्पात मचाने से केवल ग्रामीणों को ही नहीं विभाग को भी समस्या का सामना करना पड़ता है।
इनका कहना है
टाइगर रिजर्व में मेहमान हाथियों की निगरानी के लिए त्वरित सूचना यंत्र दोनों प्रांतों के चिन्हित वार्डर पर लगा दिया गया है। लगाये गये यंत्र से अब विभाग को तत्काल हाथियों के आने की जानकारी मिल सकेगी।
सगनिक सेन गुप्ता
शेज फाउंडेशन कोलकात्ता