प्रदूषण फैलाने पर अंतत: काटी गई रेड ओकर के ग्राइडिंग यूनिट की बिजली 

सतना प्रदूषण फैलाने पर अंतत: काटी गई रेड ओकर के ग्राइडिंग यूनिट की बिजली 

Bhaskar Hindi
Update: 2022-06-21 06:14 GMT
प्रदूषण फैलाने पर अंतत: काटी गई रेड ओकर के ग्राइडिंग यूनिट की बिजली 

डिजिटल डेस्क,सतना। डंके की चोट पर मझगवां के हिरौंदी में प्रदूषण फैला रही मेसर्स सीताराम अशोक कुमार बंसल की पल्पराइजर रेड ओकर मिनिरल्स ग्राइडिंग यूनिट की बिजली भी काट दी गई है। पूर्वी क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के अधीक्षण अभियंता जीडी त्रिपाठी ने बताया कि इस संबंध में मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपी पीसीबी) के क्षेत्रीय अधिकारी  केपी सोनी का पत्र मिलने के बाद बिजली का कनेक्शन काट कर सप्लाई बंद कर दी गई है। उल्लेखनीय है, जैतवारा इलाके में मौजूदा समय में एक दर्जन ऐसी मिनिरल्स ग्राइडिंग यूनिट चल रही हैं जो निजी मुनाफे के लिए चौतरफा भारी प्रदूषण फैला रही हैं। 

ईटीपी पर पहले ही लग चुकी है रोक-

उल्लेखनीय है, इससे पहले पीसीबी का क्षेत्रीय कार्यालय हिरौंदी में संचालित इस पल्पराइजर रेड ओकर मिनिरल्स ग्राइडिंग यूनिट की एयर-वाटर कन्सर्न (जल वायु सम्मति) तत्काल प्रभाव से निरस्त कर चुका है।  पीसीबी के इसी आदेश के बाद जिला खनिज अधिकारी (डीएमओ) एचपी सिंह ने भी फर्म की ईटीपी पर पर रोक लगा दी थी। एमपी पीसीबी के आरओ आफिस ने पूर्वी क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एसई को पत्र लिख कर पावर कट किए जाने का भी आग्रह किया था। देर से ही सही अंतत: एमपीईबी ने पावर आपूर्ति बंद कर दी है। 

आखिर, क्यों आई ये नौबत-

मझगवां तहसील क्षेत्र के हिरौंदी की आराजी नंबर-549/ 1ख में संचालित मेसर्स सीताराम अशोक कुमार बंसल की  पल्पराइजर रेड ओकर मिनिरल्स ग्राइडिंग यूनिट में लाल-पीली मिट्टी की ग्राइंडिंग की जाती थी। भारी प्रदूषण फैलाने और पर्यावरणीय संरक्षण के उपायों की अवहेलना करने की लगातार  शिकायतों पर हाल ही में  पीसीबी के सहायक यंत्री से प्लांट और परिसर का औचक निरीक्षण कराया गया था। आरोप प्रमाणित पाए जाने पर  प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय ने ग्राइडिंग यूनिट की प्रोप्राइटर सुनीता बसंल से 15 दिन के अंदर जवाब तलब किया था। जवाब संतोषजनक और समाधान कारक नहीं पाए जाने पर स्वयं पीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी ने स्थल निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान भी भारी प्रदूषण और पर्यावरणीय संरक्षण के उपाय नहीं पाए जाने पर अंतत: जल-वायु सम्मति तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी गई थी। खनिज विभाग ने भी ईटीपी भी बंद कर दी थी। अब एमपीईबी ने भी बिजली बंद कर दी है।  

दो और यूनिट में भी अंधेरगर्दी का यही हाल-

आरोप हैं कि हिरौंदी की तरह जैतवारा कस्बे के अंदर संचालित ऐसी ही 2 और पल्पराइजर रेड ओकर मिनिरल्स ग्राइडिंग यूनिट जमकर प्रदूषण फैला रही हैं। इनमें मेसर्स सीताराम अशोक कुमार बंसल पल्पराइजर रेड ओकर मिनिरल्स ग्राइडिंग यूनिट वार्ड 10 में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के ठीक समाने स्थित है, जबकि आरके मिनरल्स इंडस्ट्रीज वार्ड नंबर 13 में डंके की चोट पर प्रदूषण फैला रही है। मगर, तमाम शिकायतों के बाद भी इनके खिलाफ नियमों के तहत कार्यवाही नहीं की गई है। 

इनका कहना है-

एमपी पीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी का पत्र मिलने के बाद हिरौंदी में संचालित  पल्पराइजर रेड ओकर मिनिरल्स ग्राइडिंग यूनिट की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई है। ऐसी स्थिति में बिजली का उपयोग अनाधिकृत माना जाएगा। 
(जीडी त्रिपाठी, एसई)
 

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