स्वाइन फ्लू के लगातार बढ़ रहे मरीज, नागपुर में ही 40 की मौत, रोकथाम के नहीं हो रहे प्रयास
स्वाइन फ्लू के लगातार बढ़ रहे मरीज, नागपुर में ही 40 की मौत, रोकथाम के नहीं हो रहे प्रयास
डिजिटल डेस्क, नागपुर । हाल ही में स्वाइन फ्लू के कारण नागपुर और पुणे में दो-दो लोगों की मौत के साथ राज्य में स्वाइन फ्लू के कारण जान गंवाने वालों की संख्या 244 तक पहुंच गई है। इनमें सबसे ज्यादा 54 मौत पुणे में और 40 नागपुर में हुई हैं। यह आंकड़ा अक्टूबर माह तक का है। दूसरी तरफ, संक्रामक रोगों पर रोकथाम और कमी के लिए गठित राज्यस्तरीय कमेटी निष्क्रिय पड़ी है। चार माह से इस कमेटी की कोई बैठक नहीं हुई है। इस बीच राज्य में ठंड के बढ़ने के साथ ही संक्रामक बीमारियों के बढ़ने की आशंका है। अमूमन नवंबर-दसंबर की कड़ाके की ठंड के बीच स्वाइन फ्लू तेजी से बढ़ता है जिससे इस बीमारी के मरीजों की संख्या भी तेजी से बढ़ती है। प्रशासन द्वारा इस दो माह के मरीजों के आंकड़े फिलहाल जारी नहीं किए गए हैं।
जनवरी, फरवरी और मार्च में सबसे अधिक मौत
नागपुर समेत विदर्भ में पिछले वर्ष भी स्वाइन फ्लू का कहर देखा गया था। 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2019 तक नागपुर िवभाग में स्वाइन फ्लू के 485 मामले पॉजिटिव पाए गए थे और 63 लोगों की बीमारी की वजह से मौत हुई थी। इनमें से 37 लोगों की मौत जनवरी से मार्च के दौरान हुई थी।
12 सदस्यीय कमेटी गठित
राज्य सरकार की ओर से वर्ष 2015 में संक्रामक बीमारियों की रोकथाम तथा कमी के लिए 12 सदस्यीय महाराष्ट्र कम्युनिकेबल डिजिज प्रिवेंशन एंड कंट्रोल टेक्निकल कमेटी का गठन किया गया था। कमेटी में स्टेट पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के डायरेक्टर, मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च विभाग, हाफकीन रिसर्च इंस्टीट्यूट एंड नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वाइरोलॉजी, मुंबई, पुणे, नागपुर, औरंगाबाद और नाशिक के सिविल हेल्थ ऑफिसर शामिल हैं।
अब तक कोई निर्देश नहीं
विशेषज्ञों ने संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए सीजन शुरू होने के पहले विचार विमर्श किया है। हालांकि कमेटी की बैठक के लिए अब तक कोई निर्देश नहीं आया है। -सुभाष सालुंके, कमेटी के अध्यक्ष