अब डिग्रियों में लगेगी स्टूडेंट्स की फोटो , यूजीसी ने यूनिवर्सिटी को दिए निर्देश
अब डिग्रियों में लगेगी स्टूडेंट्स की फोटो , यूजीसी ने यूनिवर्सिटी को दिए निर्देश
डिजिटल डेस्क, नागपुर। अब डिग्रियों में स्टूडेंट्स की फोटो लगानी होगी। सुरक्षा की दृष्टि से ऐसा किया जा रहा है। नागपुर यूनिवर्सिटी समेत देश भर के तमाम विश्वविद्यालयों को जल्द ही अपनी डिग्रियों के प्रारूप में बदलाव करने होंगे। यूजीसी के निर्देशों के मुताबिक डिग्रियों पर सुरक्षा फीचर्स अंकित करने होंगे। यूजीसी ने यूनिवर्सिटी को निर्देश दिए हैं कि वे अपनी डिग्रियों पर विद्यार्थियों की फोटो लगाएं। फर्जी डिग्रियों पर रोक लगाने के लिए असल डिग्रियों पर होलोग्राम और क्यूआर कोड भी लगाएं। डिग्रियों को और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए यूजीसी ने विश्वविद्यालयों को डिग्री पर कॉलेज का नाम और जगह भी लिखने को कहा है।
क्यूआर कोड से हो सकेगा सत्यापन
क्यूआर कोड से सबसे ज्यादा फायदा डिग्री के सत्यापन को लेकर होगा। क्यूआर स्कैनर की सहायता से डिग्री की सत्यता की जांच ऑनलाइन की जा सकेगी। नौकरी में डिग्री के सत्यापन को लेकर अभी यूनिवर्सिटी के पास सत्यापन के लिए केस आते हैं। इसमें समय भी ज्यादा लगता है, साथ ही यूनिवर्सिटी व जांच कराने वाले विभाग का काम भी बढ़ जाता है। क्यूआर कोड से यह दिक्कत दूर हो जाएगी।
फर्ज डिग्रियों ने यूजीसी का बढ़ाया सिरदर्द
दरअसल शिक्षा व्यवस्था में फर्जी डिग्रियां यूजीसी के लिए सिरदर्द बनी हुई हैं। लगातार ऐसे मामले सामने आते हैं, लिहाजा डिग्रियों को और अधिक सुरक्षित बनाने के उद्देश्य से विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने यह कदम उठाए हैं। बता दें कि यूजीसी ने वर्ष 2014 में विवि को इस तरह के प्रबंध करने के निर्देश दिए थे। इसके कुछ समय बाद नागपुर विवि ने भी बीते दिनों अपनी डिग्रियों पर विद्यार्थियों की फोटो लगाने का निर्णय लिया था, लेकिन विवि इस कार्य को अंजाम नहीं दे पाया। कई तकनीकी त्रुटियां रह जाने से यह योजना ठंडे बस्ते में चली गई। अब यूजीसी ने एक बार फिर विवि समेत देश भर के शिक्षा संस्थानों को यह निर्देश जारी किए हैं।