हाथ की सर्जरी का क्लेम नहीं दिया स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी ने
बीमित का आरोप: सारे दस्तावेज देने के बाद भी फाइल कर दी रिजेक्ट हाथ की सर्जरी का क्लेम नहीं दिया स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी ने
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। अनेक बीमा कंपनियाँ आम लोगों से लुभावने वादे करते हुए बीमा पॉलिसी बेचकर करोड़ों का मुनाफा कमाने के लिए गोलमाल करने में लगी हुई हैं। यही नहीं बीमा कंपनी के अधिकारी बीमा पॉलिसी को लाभ का धंधा भी बनाए हुए हैं। जमीनी हकीकत में देखा जाए तो बीमा कंपनियाँ अपने पॉलिसी धारकों के साथ जालसाजी करने में लगी हुई हैं। बीमितों का आरोप है कि स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी, मैक्स बूपा, बजाज एलियांज हेल्थ इंश्योरेंस, चोला एमएस हेल्थ इंश्योरेंस, एचडीएफसी एर्गो जनरल हेल्थ इंश्योरेंस, मणिपाल सिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस, नेशनल हेल्थ इंश्योरेंस, न्यू इंडिया इंश्योरेंस, ओरिएण्टल हेल्थ इंश्योरेंस, रहेजा क्यूबीई हेल्थ इंश्योरेंस, यूनिवर्सल सोम्पो हेल्थ इंश्योरेंस, रॉयल सुंदरम हेल्थ इंश्योरेंस, रिलायंस हेल्थ इंश्योरेंस, यूनाइटेड इंडिया हेल्थ इंश्योरेंस सहित अनेक कंपनियों ने लाभ देने का वादा करते हुए पॉलिसी आम लोगों को बेची पर जब आम लोगों को अस्पताल में इन कंपनियों की जरूरत पड़ी तो कैशलेस तो दूर की बात, अनेक खामियाँ निकालकर क्लेम रिजेक्ट करने में जिम्मेदार अपना कारनामा दिखाने में पीछे नहीं रहे।
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बैंक से लोन लेकर चुकाना पड़ा अस्पताल का बिल
दिल्ली के इंद्रप्रस्थ कॉलोनी निवासी बलवंत सिंह ने शिकायत में बताया कि उन्होंने स्टार हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी की पॉलिसी ले रखी है। पॉलिसी क्रमांक पी/170000/01/2022/054214 का कैशलेस कार्ड भी बीमा कंपनी ने दिया था। बेटा केतन मई माह में अचानक सीढ़ी से गिर गया था। सीढ़ी से गिरने के कारण उल्टे हाथ में चोट आई थी। पहले घर पर इलाज करते रहे पर जब लाभ नहीं मिला तो वे लिंक अस्पताल गए और वहाँ पर इलाज की सुविधा नहीं मिलने के कारण अन्य निजी अस्पताल पहुँचे। वहाँ इलाज के दौरान चिकित्सकों ने उल्टे हाथ की कोहनी के आॅपरेशन की सलाह दी। बीमा कंपनी को सूचित किया तो उन्होंने उपचार के बाद बिल सबमिट करने पर क्लेम देने का वादा किया। अस्पताल का बिल उन्होंने लोन लेकर चुकता किया था। बीमा कंपनी में जब बिल सबमिट किया गया तो क्लेम डिपार्टमेंट की क्वेरी के साथ ही सर्वेयर टीम के सदस्य ने घर आकर परीक्षण किया। परीक्षण के दौरान सारे भुगतान का दावा किया पर बाद में यह कहते हुए क्लेम रिजेक्ट कर दिया की आपके द्वारा लिंक अस्पताल में इलाज नहीं कराया गया है इसलिए हम क्लेम नहीं देंगे। अस्पताल में लोन लेकर बिल चुकाना भी गलत है। पीड़ित का आरोप है कि क्लेम न देना पड़े इसके लिए अनेक प्रकार के गोलमाल जवाब देकर स्टार हेल्थ इंश्योरेंस आम लोगों के साथ ठगी कर रही है।