नक्सलियों को करारा जवाब देने का यही समय
छग सीमा पर जवानों से साधा नक्सलियों को करारा जवाब देने का यही समय
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। जिले में नक्सलियों का टीसीओसी (टैक्टिकल काउंटर अफेंसिव कैंपेन) शुरू हो गया है। इस कालावधि में नक्सली अधिक सक्रिय होते हैं। विध्वंसक घटनाओं को अंजाम देने के साथ लोगों में दहशत निर्माण करने का प्रयास किया जाता है। नक्सलियों की इस प्रकार की करतूत लगातार नाकाम हो रही है। यही समय है, जिसमें नक्सलियों को करारा जवाब दिया जा सकता है। यह विचार भारत सरकार के गृह मंत्रालय के वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के. विजय कुमार ने व्यक्त किए। धानोरा तहसील के गैरहपत्ती में तैनात सीआरपीएफ की 113 बटालियन के जवानों से वे मिले और जवानों के साथ संवाद साधा। इस समय वे बोल रहे थे। उनके साथ सीआरपीएफ के पुलिस महानिरीक्षक रणदीप दत्ता प्रमुखता से उपस्थित थे। बता दें कि, गत दिनों गैरहपत्ती थाना अंतर्गत छत्तीसगढ़ सीमा पर जिला पुलिस और सीआरपीएफ के जवानों ने संयुक्त रूप से अभियान चलाकर नक्सली मांद में घुसकर एकसाथ 27 नक्सलियों को ढेर करने में सफलता हासिल की थी। इस घटना के बाद नक्सली पूरी तरह बैकफूट पर चले गए लेकिन फरवरी माह से नक्सलियों का टीसीओसी आरंभ होता है। टीसीओसी की कालावधि में नक्सली एक बार फिर सक्रिय हो उठते हैं। इसके अलावा अतिदुर्गम गांवों मंे विभिन्न प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन कर युवाओं को नक्सली दलम में भर्ती करने का अभियान भी इस कालावधि मंे चलाया जाता है। नक्सलियों की इस नीति को नाकाम करने का यह समय है। नक्सलियों की योजनाओं पर अंकुश लगाने के लिए नयी नीति तैयार करने की आवश्यकता होने के विचार भी के. विजयकुमार ने इस समय व्यक्त किए। सीआरपीएफ के कैम्प पहुंचकर उन्होंने जवानों का हालचाल पूछा, उनके साथ वार्तालाप किया और उनका मनोबल बढ़ाया। इस दौरे के दौरान सीआरपीएफ आईजी (पीएमजी) रणदीप दत्ता, सीआरपीएफ के डीआईजी (अभियान) आई. लोकेंद्र सिंह, गड़चिरोली परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक संदीप पाटील, पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल, डीसी प्रमोद सिरसाठ, सहायक कमांडेंट गणवीर सिंह समेत अन्य अधिकारी प्रमुखता से उपस्थित थे।