24 मार्च को विश्व क्षय रोग दिवस पर क्षय रोगियों को गोद लेने के लिए चलेगा विशेष अभियान: डीएम

भदोही 24 मार्च को विश्व क्षय रोग दिवस पर क्षय रोगियों को गोद लेने के लिए चलेगा विशेष अभियान: डीएम

Bhaskar Hindi
Update: 2022-03-22 12:37 GMT
24 मार्च को विश्व क्षय रोग दिवस पर क्षय रोगियों को गोद लेने के लिए चलेगा विशेष अभियान: डीएम

डिजिटल डेस्क, भदोही। क्षय रोगियों को गोद लेने के लिए प्रदेश व्यापी विशेष अभियान चलाये जाने को दृष्टिगत रखते हुए जिलाधिकारी आर्यका अखौरी की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक हुई। बैठक में डीएम ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
इस अवसर पर डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि आगामी विश्व क्षय रोग दिवस 24 मार्च से प्रदेश के समस्त जनपदों में क्षय रोगियों को विभिन्न लोकोपकारी, समाजिक एवं शैक्षणिक संस्थाओं व गणमान्य व्यक्तियों के द्वारा क्षय रोगियों को गोद लिया जाना है। प्रदेश व्यापी अभियान में गतिशीलता लाने जाने के लिए विस्तृत विकासगामी कार्यक्रम तैयार किए गये है। भारत सरकार के अह्वान पर प्रदेश सरकार का यह संकल्प है कि सन 2025 तक उत्तर प्रदेश सरकार को क्षय रोग से मुक्त किया जाएगा। इसके लिए क्षय रोगियों के चिन्हांकन के पश्चात् उनकी चिकित्सा नियमित रूप से सुनिश्चित की जा रही है। उन्हे चिकित्सा की अवधि पर उत्तम पोषण उपलब्ध कराया जाए। जिससे वह पूर्ण रूप से उपचारित हो सकें।
जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने बताया कि 24 मार्च 2022 को विश्व क्षय रोग दिवस पर जनपद में क्षय रोग के जागरूकता एवं प्रसार कार्यक्रम आयोजित करते हुए शासन द्वारा निर्धारित लक्ष्य 600 क्षय रोगियों को जिलास्तरीय अधिकारियों के शत्त प्रयासों से गोद लिये जाने की कार्यवाही सुनिश्चित करनी है। इसके लिए इच्छुक एवं सक्षम लोगों की अतिशीघ्र पहचान कर इस अभियान को समयबद्ध तरीके से पूर्ण करना है। उन्होंने कहा कि जनपद के समस्त क्षय रोगियों को निम्न क्रम में-बाल क्षय रोगी, वयस्क महिला क्षय रोगी, ड्रग रेजिस्टेन्ट,कोमार्बिडिटी वाले क्षय रोगी, वस्यक पुरूष क्षय रोगी को गोद लेने स्थाओं लिए को प्रेरित व निर्देशित किया जा रहा है। डीएम ने कहा कि राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत क्षय रोगियों को निःशुल्क जॉच कोमार्बिडिटी जॉच, ड्रग सेन्शटिविटी, उपचार एवं निक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत 500 रूपये की सहायता राशि डीबीटी द्वारा प्रदान की जा रही है। गोद लेने वालों की लोकोपकारी समाजिक एवं शैक्षिणक संस्थाओं व गणमान्य नागरिकों के द्वारा गोद लिए गये क्षय रोगियों को अपने श्रोतो से पौष्टिक आहार न्यूनतम छः माह अथवा उपचार अवधि के पूर्ण होने तक मुगफली, भुना चना, गुड, सत्तु, तिल, गजक, अन्य न्यूट्रिशिनल सप्लीमेंट सभी की एक-एक की कीट के रूप में प्रत्येक क्षय रोगियों को उपलब्ध कराया जाएगा तथा गोद लिए गये क्षय रोगियों को परिवार के सदस्य के समान भावनात्मक सहयोग प्रदान कर उपलब्ध औषधियों को बिना नागा सम्पूर्ण अवधि में खाने में प्रेरित किया जाएगा। कार्यक्रम सफल संचालन के लिए नोडल अधिकारी के रूप में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संतोष कुमार चक ने चिकित्साधिकारियों की एक टीम बनाकर आवश्यक कार्यवाही प्रगतिशील है।

Tags:    

Similar News