गौ-तस्करी को लेकर एसपी और जिपं सदस्य आमने सामने, सीएम से की एसपी की शिकायत
गौ-तस्करी को लेकर एसपी और जिपं सदस्य आमने सामने, सीएम से की एसपी की शिकायत
डिजिटल डेस्क कटनी। गौ-तस्करी को लेकर एक दूसरे के आमने-सामने जिला पंचायत सदस्य और पुलिस कप्तान आ गए हैं। मामला ढीमरखेड़ा थाना क्षेत्र के गनियारी गांव में 22 सितम्बर का है। यहां पर पंचायत भवन के पीछे डेढ़ सौ गौवंश होने की जानकारी क्षेत्र क्रमांक चार के जिला पंचायत सदस्य प्रगति राय को लगी। इन्होंने एसपी को जानकारी दी तो पुलिस कप्तान जनप्रतिनिधि को ही कानून का पाठ पढ़ाने लगे। जिला पंचायत सदस्य ने एसपी की शिकायत मुख्यमंत्री से की है।
पूरे मामले पर एक नजर-
जिला पंचायत सदस्य ने बताया कि जैसे ही गौ-तस्करी की जानकारी उन्हें लगी। इन्होंने फौरन एसपी को दी। इसके बावजूद कार्यवाही में पुलिस हीला-हवाली बरती। जिला पंचायत सदस्य ने आरोप लगाया कि पुलिस ने जान-बूझकर देरी की। पहले तो पुलिस यह कहती रही कि गौ ले जाने वालों के पास कागजात हैं। जब इन्होंने कहा कि पशु बाजार अब प्रचलन में नहीं है। जिसे निरस्त कर दिया गया है तो एसपी इनके ऊपर भड़क उठे।
इनका कहना है-
गौ-तस्करी की जानकारी देने पर भी एसपी ने किसी तरह की सार्थक कार्यवाही नहीं की। ऊपर से वे मुझे ही कानून का पाठ पढ़ाने लगे। पुलिस की निष्क्रियता के कारण जिले में पशु तस्करी का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। एसपी के द्वारा अनुचित संवाद की शिकायत सीएम से की गई है।
प्रगति राय, जिला पंचायत सदस्य
जिला पंचायत सदस्य ने जैसे ही गौ-तस्करी की जानकारी दी। मौके पर पुलिस बल को भेजा गया। पुलिस बल ने बताया कि वहां पर गौ-वंश नहीं है। दूसरे दिन एसडीओपी को भी भेजकर जांच कराई गई। पुलिस लगातार गौ-वंश की तस्करी पर नजर रखे हुए है। जानकारी लगने पर कार्यवाही भी करती है। पुलिस के ऊपर निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं।
ललित शाक्यवार, एसपी