विधायक उदय सामंत की कार पर हमला मामले में अबतक 6 गिरफ्तार
पुणे विधायक उदय सामंत की कार पर हमला मामले में अबतक 6 गिरफ्तार
- आरोपियों में पुणे शिवसेना प्रमुख भी शामिल
- 15 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ है 307 का मामला
डिजिटल डेस्क, मुंबई। शिवसेना के बागी विधायक और राज्य के पूर्व उच्च व तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सामंत की कार पर हमले के आरोप में पुणे पुलिस ने छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों में शिवसेना के पुणे जिला प्रमुख संजय मोरे भी शामिल है। इसके अलावा राजेश पलसकर, संभाजी थोरवे, सूरज लोखंडे, चंदन सालुंखे को भी पुलिस ने दबोचा है। बबन थोरात नाम के आरोपी को मुंबई से पकड़ा गया है।
मामले में भारती विद्यापीठ (पुणे) पुलिस ने हत्या की कोशिश के आरोप में 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। गिरफ्तार आरोपियों को पुणे सत्र न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें दो दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। गिरफ्तार आरोपियों में आदित्य ठाकरे के शिवसंवाद सभा का आयोजक भी शामिल है। बता दें कि मंगलवार रात पुणे के कात्रज इलाके से गुजर रहे सामंत की कार पर आदित्य ठाकरे की सभा से वापस लौट रहे शिवसैनिकों ने हमला कर दिया था। हमले में सामंत की गाड़ी का कांच टूट गया था। सीनियर इंस्पेक्टर जगन्नाथ कलसकर ने कहा कि मुख्यमंत्री के काफिले के लिए जो मार्ग निर्धारित किया गया था सामंत की गाड़ी उस रास्ते के बजाय दूसरे रास्ते से जा रही थी।
मुंबई से पकड़े गए बबन थोरात
सामंत की कार पर हमले के मामले में पुलिस ने हिंगोली के शिवसेना नेता बबन थोरात को भी गिरफ्तार किया है। थोरात को मुंबई पुलिस ने कालाचौकी इलाके से पकड़ा और उन्हें पुणे पुलिस को सौंप दिया।
डोंबिवली शाखा विवाद मामले में एफआईआर
ठाणे जिले के डोंबिवली इलाके की शाखा में उद्धव ठाकरे समर्थकों और एकनाथ शिंदे समर्थकों में हुए विवाद के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। शिवसेना की महिला पदाधिकारी कविता गावंड के खिलाफ डोंबिवली की रामनगर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। गावंड पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के लिए आपत्तिजनक शब्दों के इस्तेमाल का आरोप है। शिंदे समर्थक योगेश जुईकर की शिकायत के आधार पर यह एफआईआर दर्ज की गई है। दरअसल डोंबिवली शिवसेना शाखा में लगाई गई एकनाथ शिंदे और उनके सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे की तस्वीर उद्धव ठाकरे समर्थक शिवसैनिकों ने निकाल दिया था। शिंदे समर्थकों ने तस्वीर फिर लगा दी इसी बात पर दोनों गुटों में विवाद हो गया था।