जिला परिषद में छाया सन्नाटा, कार्यालय में कामकाज ठप
जिला परिषद में छाया सन्नाटा, कार्यालय में कामकाज ठप
डिजिटल डेस्क नागपुर। कोरोना संक्रमण के चलते सरकारी कार्यालयों में कामकाज ठप हो गया है। सरकार ने 5 प्रतिशत कर्मचारी उपस्थिति का आदेश जारी करने से जिला परिषद में सन्नाटा छाया रहा। जिला परिषद के सभी विभागों में एक-दो कर्मचारी उपस्थित रहे।
पदाधिकारियों की दस्तक नहीं
कर्मचारियों की उपस्थिति पर ब्रेक का पदाधिकारियों पर भी असर पड़ा। मंगलवार को जिला परिषद के किसी भी पदाधिकारी कार्यालय में दस्तक नहीं दी। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष कक्ष में एक-एक कर्मचारी की उपस्थिति रही। वित्त व शिक्षण समिति, कृषि व पशु संवर्धन समिति, समाज कल्याण समिति तथा महिला व बाल कल्याण समिति सभापति कक्ष में ताले लगे रहे। कोराेना संक्रमण के चलते 5 प्रतिशत कर्मचारी उपस्थिति का आदेश जारी किए जाने से संपूर्ण शासकीय कामकाज ठप हो गया है।
जिला परिषद के 8 हजार कर्मचारी है। मंगलवार को 400 अधिकारी, कर्मचारियों ने जिले के कामकाज की कमान संभाली। जिप मुख्यालय में समाज कल्याण विभाग में 3 कर्मचारी उपस्थित रहे। पंचायत विभाग में एक सिपाही प्रवेश द्वार पर बैठा था। कार्यालय के भीतर अंधेरा छाया रहा। अन्य विभाग भी एक-दो कर्मचारी के भरोसे खुले रहे।
गणेशपेठ बस स्टैंड की धुलाई
गणेशपेठ बस स्टैंड पूरी तरह बंद है। अब इसकी धुलाई की जा रही है। बस स्टैंड को 22 मार्च से बंद किया गया है। इस डिपो से चलनेवाली कुल 100 बसों की धुलाई कर इसे सैनिटाइज किया जा रहा है। वहीं परिसर की धुलाई हो रही है।
रेलवे के रिटायरिंग रूम की भी सफाई
बसों की तरह रेल गाड़ियों के भी पहिये थम गये हैं। केवल मालगाड़ियों का आवागमन शुरू है। ऐसे में स्टेशन पर कोई यात्री मौजूद नहीं है। परिसर में सन्नाटा है। यहां बने रिटायरिंग रूम को सैनिटाइज किया जा रहा है।