ताक पर सुरक्षा, बर्बाद हो रही किसानों की मेहनत
कटनी ताक पर सुरक्षा, बर्बाद हो रही किसानों की मेहनत
डिजिटल डेस्क, कटनी। खरीफ उपार्जन के समय केंद्रों में आने वाली उपज के एक-एक दाने को लेकर भले ही अफसर गंभीर रहते हैं, लेकिन खरीदी के बाद उन्ही उपज की सुरक्षा ताक पर रख दी जाती है। मामला बड़वारा तहसील मुख्यालय के मझगवां ओपन केप का है। यहा ंपर हजारों क्विंटल धान लापरवाही व अनदेखी के चलते खराब हो रही है। गौरतलब है कि पहले जहां इस कैप का संचालन वेयरहाउस के अधिकारी करते थे। वहीं अब इसे निजी कंपनी के हाथों में सौंप दी गई है। जिसके चलते स्थिति बद से बदतर दिखाई दे रही है। एक तरफ बारिश का सीजन चालू है तो दूसरी तरफ कई प्लेटफार्म में धान के ऊपर तिरपाल तक नहीं है। इस संबंध में निजी कंपनी के सुपरवाइजर ब्रह्मकुमार शुक्ला ने बताया कि कर्मचारियों के नहीं होने से इस तरह की स्थिति निर्मित है।
शुरू से ही विवाद
विवाद का दौर एक माह पहले से चाल हो गया। जब सुरक्षा में लगे गार्डों को 2 से 3 माह तक वेतन नहीं मिला तो वे निजी कंपनी के खिलाफ आक्रोशित हो गए और प्रदर्शन शुरू कर दिए जिसका नतीजा रहा कि अधिकांश गार्डों को यहां से चलता कर दिया गया। वर्तमान समय में गिने चुने गार्ड ही चौकीदारी कर रहे हैं।
समय पर उठाव नहीं
निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार तो ओपन केप में रखी उपज को तीन माह के अंतराल में उठाना है। इसके बावजूद राइसमिलरों और अफसरों के सांठगांठ से ओपनकेप की उपज का देरी से उठाव होता है जिसका परिणाम है कि कई जगहों पर धान खराब हो चुकी है। इसके बावजूद सुधार के सार्थक पहल नहीं किए जा रहे हैं।