स्कूल की छत का प्लास्टर गिरा, 7 बच्च्े घायल होकर पहुंचे अस्पताल

कटनी स्कूल की छत का प्लास्टर गिरा, 7 बच्च्े घायल होकर पहुंचे अस्पताल

Bhaskar Hindi
Update: 2022-07-28 12:13 GMT
स्कूल की छत का प्लास्टर गिरा, 7 बच्च्े घायल होकर पहुंचे अस्पताल

डिजिटल डेस्क, कटनी । बहोरीबंद विकासखण्ड अंतर्गत खम्हरिया बाकल हाईस्कूल में बुधवार सुबह ११.१५ पर स्कूल की छत का प्लास्टर अचानक से भरभरा कर गया। जिसकी चपेट में आकर 7 बच्चे घायल हो गए। सभी घायल विद्यार्थियों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह घटना कक्षा ८ के उस कमरें में घटित हुई, जब 30 बच्चे बैठकर पढ़ाई कर रहे थे। तीन जगहों से प्लास्टर सीधे बच्चों के ऊपर गिरा। प्लास्टर गिरने की तेज आवाज सुनकर अन्य कक्षाओं के शिक्षक दौडक़र आए। घटना की जानकारी लगने के बाद तहसीलदार ऋषि गौतम और बीईओ झारिया भी स्कूल पहुंचे। बीईओ ने इस संबंध में उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
दर्द से कराहते रहे बच्चे
सभी घायल सात बच्चे दर्द से कराहते रहे, जबकि क्लास के अंदर बैठे  अन्य बच्चे दहशत में दिखाई दिए। प्रभात पिता निरंजन पटेल, सोहित पिता शिव कुमार पटेल ,रंजीत पिता सुनील साहू ,संध्या पिता बहादुर सिंह, राधा पिता विजय,  संदीप पिता सुरेश पटेल को चोट लगी। इसके साथ और अन्य छात्र भी रहे, जिन्हें मामूली चोट आई। जिन्हें प्राथमिक इलाज देकर घर भेज दिया गया है।
पंद्रह वर्ष पहले बना  था भवन
भवन के संबंध में जब शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जानकारी ली तो यहां पर स्कूलों के शिक्षकों ने बताया कि उक्त भवन वर्ष २००७-०८ में बनकर तैयार हुआ था। इसके बाद से यहां पर कक्षाएं लगानी शुरु कर दी गई। ध्यमिक शाला का उन्नयन हाईस्कूल में कर दिया गया, लेकिन अभी तक भवन की विधा नहंीं मिली। जिसके चलते चार से पांच कमरों में ही कक्षाओं का संचालन किया जा रहा है। शिक्षकों का कहना रहा कि जर्जर भवन के संबंध में वे विभाग के अधिकारियों को पहले ही मौखिक रुप से अवगत कराए हैं।
प्राइवेट वाहन से लाए अस्पताल
घटना के बाद प्रशासनिक लापरवाही की तस्वीर भी सामने आई। आलम यह रहा कि घटना के डेढ़ घंटें तक बच्चे दर्द से स्कूल के अंदर ही कराहते रहे। माता-पिता भी असहाय नजर आ रहे थे। डॉयल १०० या फिर एम्बुलेंस नहीं आने से बच्चों की बिगड़ रही तबियत को लेकर स्कूल के शिक्षक प्राइवेट वाहन से ही सभी घायलों को लेकर बहोरीबंद के अस्पताल में पहुंचे। प्राचार्य सनत पटेल स्वयं फोन से इसकी जानकारी डॉयल 100 को दिए थे। प्रशासनिक लापरवाही पर अभिभावकों में नाराजगी भी दिखाई दी।
आंगनबाड़ी केन्द्र में भी हुआ था हादसा
यहां पर पिछले वर्ष आंगनबाड़ी केन्द्र में भी इसी तरह का हादसा घटित हुआ था। इसके बावजूद आज तक दोषियों पर किसी तरह की कार्यवाही नहीं हुई है। बाकल आंगनबाड़ी केन्द्र में जर्जर प्लास्टर गिरने से तीन से चार बच्चे घायल हुए थे। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने ग्रामीणों को अश्वस्त किया था कि इस मामले में जांच कराने के बाद दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी। इसके बावजूद किसी तरह की कार्यवाही एक वर्ष में भी नहीं हो सकी है। 
इनका कहना है
सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। इसकी जांच कराई जाएगी, जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे। उसके अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी। उच्चाधिकारियों को घटना से अवगत कराया जा चुका है।
 

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