गले से मृत मासूम को लगाकर घण्टों बिलखती रही मां
सलेहा गले से मृत मासूम को लगाकर घण्टों बिलखती रही मां
डिजिटल डेस्क सलेहा दो साल के बेटूराम की जब सुबह नौं बजे मौत होते ही उसकी आवाज शांत हो गई किंतु मां को अपने बेटे की मौत का यकीन नहीं हो रहा था। बच्चे के नहीं बोलने और किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं होने पर दुखित बेसहारा मां सुलोचना बाई सडक में आकर रोने-बिलखने लगी। सुलोचना को रोते-बिलखते वहां से गुजर रहे लोगों ने जब देखा और समझा कि उसके बच्चे की मौत हो गई है इसके बाद नए बस स्टैण्ड स्थित कुछ समाजसेवी सामने आए और मृत बच्चे के अंतिम संस्कार की व्यवस्था करते हुए उसका अंतिम संस्कार रीति-रिवाज से करवाया गया साथ ही साथ ग्राम पंचायत द्वारा अपनी ओर से आर्थिक मदद भी की गई है।
थाना परिसर के समीप घटना को लेकर संवेदनहीन रही पुलिस
सलेहा थाना परिसर के समीप लगभग एक साल से बेसहारा महिला अपने दो बच्चों के साथ खुले आसमान के नीचे जीवन गुजार रही थी। सरकारी योजनायें बेसहारा तथा बच्चों के लिए भले ही अनेक हों परंतु बेसहारा महिला एवं उसके दोनों मासूम बच्चों से सरकारी योजनायें तथा सुरक्षा से महरूम रहे। कडाके की पड रही ठण्ड के बावजूद खुले आसमान के नीचे थाना परिसर के पास होने के बावजूद बच्चे और महिला की जिंदगी कटती रही और दो वर्षीय मासूम की मौत भी हो गई। बच्चे की मौत के बाद गरीब मां उसे अपने सीने से लगाए घण्टों बिलखती रही किंतु इस मार्मिक दुखद दृश्य के बावजूद थाना परिसर से महिला की सहायता के लिए कोई भी सामने नहीं आया। जिसको लेकर पुलिस की संवेदनशीलता पर भी सवाल खडे हो रहे हैं।