अफवाह: लोन माफी की खबर के बाद सैकड़ों की संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे लोग
अफवाह: लोन माफी की खबर के बाद सैकड़ों की संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे लोग
डिजिटल डेस्क शहडोल। जिले में एक ओर कोरोना का संक्रमण तेजी से फैल रहा है, वहीं रोजाना कलेक्ट्रेट में लोगों का जमघट लग रहा है। सैकड़ों की संख्या ग्रामीण महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंच रही हैं। सोमवार को तो कलेक्ट्रेट परिसर में पैर रखने की जगह नहीं थी। चारों तरफ लोगों की भीड़ नजर आ रही थी। जितने लोग कलेक्ट्रेट परिसर के भीतर थे उतने ही लोग बाहर मौजूद थे। सभी का कहना था कि ऋण माफ कराने के लिए आए हैं।
दरअसल ग्रामीण क्षेत्रों में किसी ने अफवाह फैला दी है कि स्वसहायता समूहों को माइक्रोफाइनेंस कंपनियों द्वारा दिए गए ऋण माफ किए जा रहे हैं। इसके बाद से रोजाना कलेक्ट्रेट में ऋण माफी के आवेदन लेकर महिलाएं पहुंंच रही हैं। हैरानी की बात तो यह है कि सुबह करीब 10 बजे से ही कलेक्ट्रेट में लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो जाती है, इसके बाद भी न तो उनको समझाने वाला कोई रहता है और न ही उनकी सुनवाई करने वाला। कलेक्ट्रेट में आवेदन लेकर पहुंची महिलाओं से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि लोन की किश्त माफ कराने के लिए आए हैं। जब उनसे पूछा गया कि लोन की किश्त माफ कौन कर रहा है और यह जानकारी कहां से लगी तो उन्होंने बताया कि आवेदन देना होता है कलेक्टर किश्त माफ करते हैं।
बन न जाएं कोरोना के वाहक
अभी तक कोरोना संक्रमण का सबसे ज्यादा असर शहडोल नगर और अन्य नगरीय इलाकों में है। सुदूर ग्रामीण इलाकों में कोरोना नहीं पहुंचा है। गांव से चलकर जिला मुख्यालय आने वाली यह भीड़ गांव-गांव तक कोरोना पहुंचा सकती है। इसके चलते जिले में संक्रमण की भयावह स्थिति निर्मित हो सकती है। अभी शहर में मरीजों की संख्या बढऩे पर ही कई तरह की अव्यवस्थाएं सामने आने लगी हैं। अगर गांवों में संक्रमण फैला तो संभालना मुश्किल हो जाएगा। इस संबंध में बात करने पर जिला पंचायत सीईओ पार्थ जायसवाल ने बताया कि अफवाह की वजह से महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंच रही हैं। जबकि शासन स्तर से इस संबंध में कोई आदेश नहीं हैं। अब ग्राम पंचायतों के माध्यम से लोगों को सूचना प्रसारित करवाई जाएगी कि यह सिर्फ अफवाह है।