रिक्शा चालक ने पहली बार पुणे पहुंचे शख्स से ऐंठा 4300 रुपया किराया, थाने में शिकायत
रिक्शा चालक ने पहली बार पुणे पहुंचे शख्स से ऐंठा 4300 रुपया किराया, थाने में शिकायत
डिजिटल डेस्क, पुणे। पुणे में पहली बार आए यात्री से एक रिक्शा चालक ने पंद्रह किलोमीटर के लिए 4 हजार 300 रूपए किराया लिया। यात्री ने किराया तो दिया लेकिन चालक के खिलाफ येरवड़ा पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज कराई। मिली जानकारी के अनुसार बंगलुरू निवासी एक युवक बुधवार के तड़के कात्रज परिसर में उतरा। उतरने के बाद उसने कैब बुक करने की कोशिश की लेकिन उसे कैब नहीं मिली। उस समय वहां से एक रिक्शा निकली हुई थी। उसने रिक्शा रोकी। रिक्शा चालक शराब की नशा में था और पीछे बैठा हुआ था। उसका मित्र रिक्शा चला रहा था।
युवक को येरवड़ा जाना था। रिक्शा मीटर के अनुसार किराया लेने की बात तय होने के बाद युवक रिक्शा में बैठ गया। येरवड़ा पुलिस थाने के पास उतरने के बाद उस से किराये के तौर पर 4300 रूपए मांगे गए। उसने इतना किराया कैसे हुआ यह सवाल पूछने के बाद उसे बताया गया कि 600 रूपए शहर में आने का और 600 रूपए शहर से बाहर जाने का होता है। शेष रूपए किराया है। आस पास सन्नाटा था और रिक्शा चालक शराब पीया हुआ था। इसलिए युवक ने 4300 रूपए दिए और रिक्शा का नंबर लिखकर लिया। उसके बाद उसने सीधे येरवड़ा पुलिस थाने जाकर रिक्शा चालक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। युवक द्वारा बताए गए नंबर के आधार पर पुलिस जांच कर रही है।
एक दिन संघ, भाजपा खत्म होगी -जिग्नेश मेवानी ने कहा
गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चाय बेची है या नहीं पता नहीं लेकिन अब पूरे देश को और राम को बेचने की कोशिश की जा रही है। सत्ताधारियों को सत्ता की चरबी चढ़ी हुई है। लेकिन यह बात ध्यान में रखें कि मोदी, अमित और भागवत युगों तक नहीं रहेंगे। एक दिन संघ, भाजपा खत्म होगी। राष्ट्रीय दलित एकता मंच द्वारा पिंपरी में भारतीय संविधान जनजागरण अभियान के अंतर्गत आयोजित समारोह में मेवानी ने भाजपा और संघ पर निशाना साधा।
उन्हाेंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मैं भले ही गुजरात के हैं लेकिन मोदी का नाता नथुराम गोड़से, हेड़गेवार और सावरकर से है और मेरा नाता शाहू, फुले, बाबासाहब आंबेडकर से है। भाजपा को संविधान खत्म कर मनुस्मृति लानी है। उसके लिए कोशिशें की जा रही हैं। लेकिन हम संविधान के मार्ग से ही चलनेवाले है। मोदी-शहा सत्ता मंे आने के बाद क्या होगा इसकी पहले ही हमें कल्पना थी। अब तो हिंदी भाषा देश में लागू करने की कोशिश है। हम कौन सी भाषा बोले यह अधिकार संविधान ने हमें दिया हुआ है। सत्तारूढ़ फैसिस्ट लोगांे को सत्ता की घमेंड हुई लेकिन यह कई युग नहीं चलेगा। हम सब की आंखों के सामने ही भाजपा-संघ खत्म होंगे। देश में विपक्षों का अस्तित्व खत्म होता जा रहा है। भाजपा को खत्म करने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां एकत्रित आएं। ऐसा हुआ तो आगामी विधानसभा चुनावों में उनकी अधिक सीटें नहीं आ सकेंगी और देवेंद्र फडणवीस फिर से मुख्यमंत्री नहीं हो सकेंगे।