बस्ती में शराब दुकान के खिलाफ रहवासियों ने खोला मोर्चा
चार घंटे तक महिलाओं के नेतृत्व में चला विरोध प्रदर्शन बस्ती में शराब दुकान के खिलाफ रहवासियों ने खोला मोर्चा
डिजिटल डेस्क,सतना। आवासीय कॉलोनी, शैक्षणिक संस्थान और धार्मिक स्थलों के आसपास शराब के ठेके खोलने का विरोध बड़े पैमाने पर हो रहा है। जगह-जगह आमजन सामने आकर प्रतिरोध जता रहे हैं, जिनमें महिलाओं का प्रतिनिधि सर्वाधिक होता है। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार को शहर में सामने आया, जब सिविल लाइन थाना क्षेत्र के दक्षिणी पतेरी-कोलान बस्ती में शराब दुकान संचालित करने के विरोध में स्थानीय रहवासियों ने मोर्चा खोल दिया। सैकड़ों की संख्या में लोग सुबह 9 बजे से दुकान के सामने एकत्र होकर धरने पर बैठ गए।
दूषित होगा वातावरण
सभी का एक स्वर में यही कहना था कि शराब दुकान के समीप मॉ काली और ज्वाला देवी का मंदिर स्थित है, वहीं बगल में ब्यूटी पार्लर और कराते ट्रेनिंग सेंटर चलता है। इतना ही नहीं दुकान के सामने से ही दो स्कूलों के लिए रास्ता भी जाता है, जहां छात्र-छात्राएं, युवतियां, महिलाएं और बुजुर्गों का आवागमन लगा रहता है। शराब दुकान खुल जाने से यहां का वातावरण दूषित हो जाएगा। नशेडिय़ों और असामाजिक तत्वों का जमघट भी लगने लगेगा, जिससे विवाद की स्थिति निर्मित होने की संभावना है। ऐसे में दुकान को यहां से हटाया जाना चाहिए।
चार दिन में दूसरी जगह शिफ्ट होगी दुकान
विरोध प्रदर्शन की सूचना मिलते ही सिविल लाइन थाना प्रभारी रूपेन्द्र राजपूत और आबकारी उपनिरीक्षक नीलेश गुप्ता ने मौके पर जाकर लोगों को समझाने का प्रयास किया, मगर बात नहीं बनी। तब एसडीएम नीरज खरे और सहायक जिला आबकारी अधिकारी एसएन राय ने मौके पर जाकर स्थानीय लोगों से बातचीत कर विवाद का हल निकालने का प्रयास किया। अंतत: दोपहर 1 बजे एसडीएम सिटी ने ठेकेदार और आबकारी अधिकारियों से चर्चा के बाद आश्वासन दिया कि आगामी चार दिनों के अंदर शराब दुकान को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा, तब तक यहां से बिक्री नहीं होगी। इस आश्वासन के बाद आमजन ने दोपहर एक बजे धरना खत्म कर दिया।
नई गाइड लाइन के दायरे में आ गई थी महदेवा की दुकान
एसडीएम नीरज खरे ने बताया कि कोठी तिराहा समूह को आवंटित कम्पोजिट शराब दुकान पहले महदेवा में संचालित हो रही थी, मगर शासन ने शैक्षणिक संस्थानों से 100 मीटर दूर दुकान चलाने के नए निर्देश जारी किए हैं, जिसके चलते उक्त शराब दुकान को पुरानी जगह से हटाकर सभी मानकों को ध्यान में रखते हुए ठेकेदार के द्वारा दक्षिणी पतेरी में शिफ्ट किया गया था।