परिजनों ने अस्पताल में लाश रखकर 6 घंटे तक दिया धरना
सतना परिजनों ने अस्पताल में लाश रखकर 6 घंटे तक दिया धरना
डिजिटल डेस्क,सतना। कोलगवां थाना अंतर्गत नईबस्ती में वाटर टैंकर के नीचे दबने से घायल युवती की इलाज के दौरान मौत हो गई, जिससे भड़के परिजनों ने 6 घंटे तक अस्पताल में शव रखकर धरना प्रदर्शन किया। पुलिस ने बताया कि शालिनी साकेत पुत्री विपाती उर्फ मुन्ना 20 वर्ष, निवासी अबेर थाना कोटर, बचपन से ही हनुमान नगर नईबस्ती में अपनी मामी अनीता पति प्रभुनाथ साकेत के पास रहकर पढ़ाई कर रही थी।
बुधवार सुबह लगभग 7 बजे घर के दरवाजे पर बैठकर 5 साल के मौसेरे भाई को पढ़ा रही थी, तभी सीवर लाइन के ठेकेदार का ट्रैक्टर-टैंकर पानी लेकर वहां से गुजरा, जिसका एक टायर नाली में फंसने से टैंकर पलट गया और दरवाजे पर बैठी शालिनी का दाहिना पैर नीचे आ गया। उसकी चीख-पुकार सुनकर भाई अनिकेत समेत मोहल्ले-पड़ोस के लोगों ने किसी तरह युवती को बाहर निकाला और तुरंत जिला अस्पताल ले आए। यहां पर गंभीर हालत के चलते डॉक्टर ने रीवा रेफर कर दिया, लेकिन सुबह करीब साढ़े 11 बजे सेमरिया चौक के पास पहुंचते ही युवती ने दम तोड़ दिया।
अस्पताल गेट पर शव रखकर दिया धरना
युवती की मौत के बाद परिजन शव लेकर वापस जिला अस्पताल आ गए और गेट पर ही एम्बुलेंस खड़ा कर धरना देने लगे। उनकी मांग थी कि मृतिका के परिजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाए। यह खबर मिलने पर कोलगवां टीआई डीपी सिंह चौहान मौके पर पहुंचे और समझाने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। अंतत: एसडीएम नीरज खरे और डीएसपी अजय रिठोरिया अस्पताल आ गए, तो वहीं नगर निगम के इंजीनियर आरबी सिंह और नागेन्द्र सिंह के अलावा सिटी कोतवाल एसएम उपाध्याय के साथ पुलिस लाइन से इंस्पेक्टर आरएच सोनकर को भी दलबल के साथ बुला लिया गया। लगभग 6 घंटे तक चली बातचीत के बाद अंतत: मृतिका के भाई को नगर निगम में मस्टरकर्मी की नौकरी एवं सीवर लाइन ठेकेदार की तरफ से परिजनों को 3 लाख की तत्कालिक सहायता देने पर सहमति बनी, तब जाकर शाम सवा 6 बजे शव को मरचुरी में शिफ्ट किया गया। बताया गया है कि शालिनी 12वीं तक शिक्षा ग्रहण करने के बाद ब्यूटी पार्लर की ट्रेनिंग ले रही थी।